इंदौर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में जुटे हुये लेकिन यदि कोई किसी का अपहरण कर फिरौती की राशि भी पेटीएम के माध्यम से मांगे तो आश्चर्य होगा ही। जी हां एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की राशि पेटीएम के जरिये मांगी। चुंकि मामला किसी की जान को बचाने का था, इसलिये फिरौती की राशि का भुगतान पेटीएम से किया गया। हालांकि अब पुलिस उन लोगों को तलाश रही है, जिन्होंने कैशलेस अपहरण कर फिरौती मांगी है। पुलिस ने बताया कि इंदौर में रहने वाला हरीश चैहान सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम करता है। उसने पुलिस को जानकारी दी कि उसे कैमरा लगाने के बहाने मथुरा बुलाया गया लेकिन वहां उसे एक गांव मंे ले जाया गया और फिर बंधक बनाकर जान से मारने की धमकी देते हुये तीस हजार रूपये की मांग की। हरीश ने पुलिस को बताया कि अपहरण करने वाली गैंग के सरगना ने उससे पेटीएम से फिरौती देने के लिये कहा था। इसके बाद हरीश ने अपनी कंपनी के अधिकारियों को वस्तु स्थिति से अवगत कराया तो मजबूरीवश कंपनी अधिकारियों ने भी पेटीएम के जरिये राशि सौंप दी। पेटीएम के जरिये फिरौती मिलने के बाद हरीश को छोड़ दिया गया, वहां से हरीश पुलिस की मदद से मथुरा आया और फिर ट्रेन में बैठकर इंदौर। यहां आकर उसने पुलिस को जानकारी दी है। हरीश ने बताया कि बदमाशों ने उसका एटीएम भी छीनकर चार हजार रूपये निकाल लिये थे। डिजिटल पेमेंट को लेकर पेटीएम चलाएगा जागरूकता अभियान