उत्तर कोरिया और अमरीका के रिश्तों में सुधार की मुहीम जारी है. इस क्रम में नॉथ कोरियाई तानाशाह किम-जोंग ने हिरासत में लिए तीन अमेरिकियों को रिहा करने का आदेश दिया है जिसका राष्ट्रपति ट्रंप और किम की होने वाली मुलाकात पर गहरा असर देखा जा सकता. ट्रंप ने ऐतिहासिक मुलाकात से पहले इस बात को लेकर मांग की थी जिसे कोरिया ने मंजूर कर लिया. गुरुवार सुबह ही ट्रंप ने नॉर्थ कोरिया में तीन अमेरिकियों की गिरफ्तारी की सूचना दी थी. ट्रंप और किम के बीच बातचीत में कोरियाई पेनिसुला में परमाणु परीक्षण केन्द्र को बंद करने से लेकर तीनों अमेरिकियों की रिहाई तक के मुद्दे उठाए गए. दूसरी ओर व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप ने किम से मुलाकात और दोनों के बीच परमाणु वार्ता के लिए एक कुशल और तेज टीम बनाई है. इसी के लिए पूर्व सीआईए चीफ मि. पॉम्प्यू ने जब स्टेट सक्रेटरी के तौर पर शपथ ली तब उन्होंने बताया "हम काम के शुरुआती चरण में है, और अभी हमें परिणाम नहीं पता. लेकिन एक बात तय है कि हम पिछले प्रशासन की गल्तियों को दोहराएंगे नहीं. हमारी आंखें खुली हैं और अब इस मसले को हमेशा के लिए सुलझाने का समय आ गया है. किसी गलती की कोई गुंजाइश नहीं है." हाल ही में किम ने परमाणु परीक्षण और मिसाइल परिक्षजन पर रोक लगाने की बात कही थी जिसके बाद ट्रंप ने उनकी तारीफ की थी. दोनों नेताओं की मुलाकात जून में होगी. डोकलाम का जायज़ा लेने जा रहे राहुल गाँधी सिंगापूर में हो सकती है किम-ट्रंप की मुलाकात दक्षिण कोरिया से मुलाकात के बाद किम जोंग उन ने बदला वक़्त