आप सभी ने अक्सर देखा होगा कि किन्नरों को आज भी हमारे समाज में वह सम्मान नहीं मिल पाया है लेकिन किन्नर अगर घर पर आते हैं और आशीर्वाद देकर जाते हैं तो सब कुछ सफल हो जाता है. ऐसे में किन्नर का घर पर आना शुभ माना जाता है. कहते हैं किन्नर के घर आने से सब कुछ सम्भव हो जाता है और उनके आशीर्वाद से सब कुछ सफल हो जाता है. * कहते हैं नवजात शिशु के जन्म से ठीक अगले आने वाले किसी बुधवार को अथवा बुध के किसी नक्षत्र में शिुशु को किन्नर की गोद में दे दें क्योंकि वह बच्चे को आर्शीवाद देगा जो बच्चे के लिए बहुत ही भाग्यशाली सिद्ध हो जाएगा. * कहा जाता है बच्चे के जन्म से उसके अन्नप्राशन तक प्रत्येक बुधवार और प्रत्येक बुध के नक्षत्र को उसको किसी प्रसन्नचित्र किन्नर से आर्शीवाद दिलवाया करें. क्योंकि यह बच्चे के स्वास्थ्य और उसके उत्तरोत्तर विकास के लिए यह उपक्रम बहुत ही भाग्यशाली सिद्ध होगा. * कहा जाता है बच्चे को किसी बुरी नज़र के कारण शरीरिक कष्ट हो रहे हों और चिकित्सक आदि से उनका निदान न हो पा रहा हो, तो तीन चार-दिन लगातार बच्चे को किसी किन्नर की गोद में खेलने के लिए छोड़ दिया करें. कहते हैं उनके हृदय से निकली दुआ, आशीष बच्चे को किसी अच्छे से अच्छे चिकित्सक की दवा से भी अधिक प्रभावशाली सिद्ध होगी. * अगर बच्चा किसी असाध्य रोग से पीड़ित है और सब दवाएं निष्प्रभाव सिद्ध हो रही हों तो किसी किन्नर से कुछ दिन तक बच्चे की सेवा करवाएं. इससे बच्चा ठीक हो जाएगा. * कहते हैं मल-मूत्र अवरोध के कारण बच्चे के पेट में कष्ट हो रहा हो तो किन्नर से उसके पेट पर हाथ फिरवाएं, बच्चे का आशातीत लाभ होने लगेगा. अगर आपके हाथ में झुकी हुई है यह रेखा तो पागल हो सकते हैं आप! शाकंभरी जयंती पर सुबह जरूर करें यह आरती, हर मनोकामना होगी पूरी 21 जनवरी को है माता शाकंभरी जयंती, कहते हैं हरियाली की देवी