नई दिल्ली : पुड्डुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर पूर्व आईपीएस किरण बेदी अपने अनुशासन और तेज तर्रार स्वभाव के लिए विख्यात है. एलजी बनने पर भी वे अपने इस अंदाज से जुदा नहीं हैं. इसका नज़ारा पुड्डुचेरी में एक अस्पताल के निरीक्षण के दौरान फिर देखने को मिला. जब लम्बे इंतज़ार के बाद भी में गेट का ताला नहीं खुला तो किरण बेदी अस्पताल के गेट को फांदकर अस्पताल में दाखिल हो गई. दरअसल हुआ यूँ कि देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी करैकल अस्पताल की स्थिति का जायजा लेने पहुंची तो वहां के गेट की चाभी खो गई थी, काफी देर तक जब चाभी नहीं मिली तो किरण बेदी अस्पताल के गेट पर चढ़ गई और वहां से कूदकर अंदर पहुंच गईं. उन्हें ऐसा करते देख उनके साथ वहां मौजूद डीएम आर केसवन, एसएसपी वीजे चंद्रन को भी मजबूरन गेट से कूदकर अस्पताल में जाना पड़ा.यहां मरीजों ने अस्पताल में गंदगी और मच्छरों की शिकायत की. इसके बाद एलजी बेदी ने तत्काल इसे सफाई कराने के निर्देश दिए. आपको बता दें कि पुड्डुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर अपने अनुशासन और अनोखे अंदाज़ के लिए जानी जाती है . छुट्टियों के दिन वह खुद शहर का हाल जानने के लिए सड़क पर बाइक लेकर निकल पड़ती है. 1982 के दिल्ली एशियाड में सख्ती के साथ ट्रैफिक व्यवस्था सँभालने वाली किरण बेदी साथ में क्रेन लेकर चलती थी.बेतरतीब खड़े वाहनों को तुरंत क्रेन से उठा लेती थी.इसीलिए लोग उनको 'क्रेन बेदी ' के नाम से पुकारने लगे थे. यह भी देखें पत्रकार विनोद वर्मा को पुलिस ने हिरासत में लिया यूपी में शराब और नकली डीज़ल ज़ब्त