इंदौर : उचित दाम की मांग को लेकर हड़ताल से शुरू हुए किसान आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है. मंदसौर किसान आंदोलन की हिंसा में पुलिस फायरिंग में 6 लोगो की मौत हो गई. किसानो की मौत के बाद मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने हिंसा में मारे गए 6 किसानो के परिजनों को एक-एक करोड़ का मुआवजा देने की घोषणा की है. गंभीर रूप से घायलों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. साथ ही मृतक किसानों के परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है. वही घटना के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी आज मंदसौर जाएंगे. साथ ही साथ पाटीदार समाज के नेता हार्दिक पटेल भी आज मंदसौर पहुंचेंगे. किसानो की मौत और फायरिंग के विरोध में किसान संगठनों और कांग्रेस ने बुधवार को मध्यप्रदेश बंद का एलान किया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए मंदसौर की घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि घायलों के इलाज की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार उठाएगी. साथ ही साथ सीएम चौहान ने किसानों से धैर्य रखने की अपील करते हुए कहा कि वे किसी के बहकावे में ना आएं. मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि किसान भाइयों की सभी वाजिब मांगें मान ली गई हैं और आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. शिवराज ने कहा, 'मेरी सरकार किसानों की सरकार है. हमारी सरकार ने सदैव किसानों के हित में आगे बढ़कर कार्य किए हैं. सीएम चौहान ने कांग्रेस पर इस आंदोलन को हिंसक बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही किसानों के इस आंदोलन को राजनीतिक रंग देने में लगी हुई है. प्रदेश का सबसे बड़ा मुआवजा : किसान आंदोलन हिंसा में मारे गए किसानो के परिजनों को 1 करोड़ की मुआवजे की घोषणा मध्यप्रदेश के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी मुआवजा राशि है. अभी तक प्रदेश में कही भी मुआवजे की इतनी बड़ी रकम नहीं दी गई. समाजवादी पार्टी देगी 2 -2 लाख : मंदसौर किसान आंदोलन में अब सियासत गरमा गई है. सापा ने हिंसा में मारे गए किसानो के परिजनों को दो-दो लाख रुपए देने का ऐलान किया है. इलाके में कर्फ्यू : हिंसा में किसानो की मौत के बाद पुरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. मंदसौर जिले के दलौदा में मंगलवार को किसानों ने फिर उग्र प्रदर्शन किया, जिसमे दो बसों और एक टेम्पो में तोड़फोड कर आग लगा दी गयी. इस दौरान हुई फायरिंग में 6 किसानों की मौत हो गई. पुलिस ने नहीं चलाई गोली : गोली लगने से किसानो की मौत के मामले में मध्यप्रदेश के गृह राज्य मंत्री ने कहा कि पुलिस द्वारा कोई फायरिंग नहीं की गई. इस फायरिंग के जाँच के आदेश दे दिए गए है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फायरिंग मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. मंदसौर हिंसा में मारे गए किसानो को 1 करोड़ का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिशा से भटकर हिंसक हुआ किसान आंदोलन, रेलवे ट्रैक उखाड़ा, इंटरनेट सेवा बंद