भोपाल: प्रदेश का किसान आंदोलन कर रहा है और अपने हक़ के लिए सड़कों पर उतर आया है. वही सूबे के मुखिया कई तरह के समारोहों में शिरकत कर रहे है. तेंदूपत्ता कार्यक्रम में बाद अब करियर काउंसलिंग कार्यक्रम के दूसरे चरण में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विद्यार्थियों से रूबरू होने में मशगूल है. उन्होंने समारोह में कहा आपके लिए सफलता कोई एक नहीं कई रास्ते हैं. उन्होंने कहा कि इन सभी लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र में अपना नाम बनाया, आप भी पसंदीदा क्षेत्र में नाम बना सकते हैं. देश में एक तरफ बेरोजगारी है तो दूसरे तरफ ऐसे लोगों की कमी है जो स्किल्ड हो. इतने तरह की रोजगार है कि कई बार इसके लिए बाहर से लोग बुलाने पड़ते हैं. मगर यहाँ सीएम ने यह नही बताया कि कहा जरुरत है और कहा से लोग बाहर से आये है. यहाँ सीएम ने विद्यार्थियों को क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर, महाकवि कालीदास और तुसलीदासजी सहित कई लोगों के उदहारण देकर प्रेरित करने कि कोशिश भी की . सीएम ने कहा कि मैं आप लोगों से बहुत प्यार करता हूं. किसी के कहने पर अपने करियर की राह मत चुनना, हमेशा सलाह लेना. मेरे पिताजी मुझे डॉक्टर बनना चाहते थे, लेकिन मैं डिशेक्शन नहीं करना चाहता था. मैंने अपनी बात निर्भयता के साथ पिताजी को बताई थी और वो मान गए. पढ़ाई भी रुचि के अनुसार होनी चाहिए, जिसमें मन लगे और आनंद आए. करियर काउंसलिंग इसीलिए हम कर रहे हैं, ताकि बच्चे अपने लिए सही मार्ग चुन सकें. हमने 70 प्रतिशत ज्यादा लाने वाले बच्चों के लिए मेधावी विद्यार्थी योजना बनाई है, लेकिन 70 से कम लाने वाले गरीब परिवार के बच्चों के लिए भी हम योजना ला रहे हैं. गरीब परिवार और निम्न मध्यमर्गीय परिवार के बच्चों को इसका फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि भगवान ने सबको समान बुद्धि दी है, आपको इसका इस्तेमाल करना चाहिए. कई बच्चे सोचते हैं कि मैं कुछ नहीं कर सकता और थर्ड डिवीजन और ग्रेस में भी संतुष्ट हो जाते हैं, ऐसे बच्चे आगे नहीं बढ़ सकते. राहुल गाँधी मंदसौर में किसानों की मौत का बदला जरूर लेंगे: ज्योतिरादित्य सिंधिया सरकार को उखाड़ फेंकने तक शांत नहीं रहेंगे किसान: कमलनाथ