भोपाल: देश और प्रदेश में किसान की आत्महत्या के बढ़ते आंकड़ों में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज के सूबे के किसानो की संख्या कुछ ज्यादा ही है और आज जहा शिवराज खुरई सागर में सिंचाई विकास पर्व पर भाषण दे रहे है वही होशंगाबाद ज़िले में एक किसान ने ज़हर पीकर जान दे दी. शिवराज यहाँ अपनी और अपनी सरकार की बढ़ाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है और कांग्रेस को कोसने का काम भी मच से जारी है. शायद उन्हें किसानों की आत्महत्या के आंकड़े पता नहीं है. होशंगाबाद जिले के गड़ाघाट गांव का है. यहां के 40 साल का किसान बृजमोहन पटेल कर्ज़ के तनाव में ज़हर खाकर दुनिया को अलविदा कह गया. विडंबना है कि देश को अन्न देने वाला खुद जहर खा रहा है वो भी एक कृषिप्रधान देश में. किसान पर चार लाख का कर्ज़ था. पुलिस के अनुसार बृजमोहन ने रविवार शाम को ज़हरीला पदार्थ खा लिया. मुंह से झाग निकलता देख परिवार वाले उसे अस्पताल लेकर आए. किसान की गंभीर हालत देख किसान को होशंगाबाद रेफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई. किसान के परिवार का कहना है कि उन पर करीब चार लाख रुपए का कर्ज़ था. फसल की सही कीमत नहीं मिल पाने की वजह से पूरा परिवार कई दिन से तनाव में था. हाल ही में प्रदेश सरकार ने चना खरीदी करने के बाद 9 जून को किये जाने वाले भुगतान को अब ताक नहीं किया है और सूबे का किसान सोसायटी और बैंक के चक्कर काट रहा है. मप्र में सरकार को चना तौलकर भुगतान के लिए भटकता किसान मंदसौर गोलीकांड: सदन में कांग्रेस ने की ये मांग मंदसौर में किसानों पर गोली चलाने वालो को क्लीन चिट