नई दिल्ली: देश में कोरोना के ढा रहे कहर ने पूरे सिस्टम को ध्वस्त कर दिया है। कई राज्यों से बदइंतजामी की तस्वीरें सामने आ रही है। कोरोना पीड़ितों को ना तो अस्पताल में बेड मिल रहा है और ना ही ऑक्सीजन। स्थिति ये है कि लोग एंबुलेंस में मरने को विवश है। सरकार के लाख दावों के बाद भी ये स्थिति और बिगड़ती जा रही हैं। देश में प्रतिदिन कोरोना के अब दो लाख के पार मामले आने लगे हैं। इस बीच कुछ उम्मीदें हैं जो लोगों की जान बचाने में लगी हुई है। इसी में से एक हैं पटना के गौरव राय। ये गत वर्ष आए कोरोना महामारी में ही पीड़ितों तक ऑक्सीजन सिलिंडर पहुंचाने में लगे हुए हैं। कोरोना की दूसरी लहर में भी ये भगवान बन कर लोगों की सहायता कर रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर राय की जमकर प्रशंसा हो रही है। एक फेसबुक यूजर लिखते हैं कि, "ये गौरव राय हैं , जिन्हें पटना में अब ऑक्सीजन मैन के नाम से पहचाना जा रहा है। उन्हें काफी पहले से जानता हूं। किन्तु, कुछ वर्ष पूर्व ऐसा हुआ कि मेरे और इनके बीच किसी बात पर लंबी कहासुनी हो गई। कुछ ज्यादा ही कटुता हो गई। मेरा ऐसा काफी कम लोगों के साथ ही होता है। खैर, मेरी बातचीत बंद हो गई। दोनों अपनी- अपनी दुनिया में मस्त। फेसबुक यूज़र ने आगे लिखा कि, लेकिन, वर्ष 2020 के कोविड काल में भी हमने नोटिस किया। अभी फिर से देख - सुन रहा हूं। इस भयावह माहौल में, जहां जान बचाने को सबसे ज्यादा मारामारी ऑक्सीजन सिलिंडर का प्रबंध करने की चुनौती है, वैसे में यह शख्स दिन - रात जितना संभव है, लोगों को सूचना मिलने पर उनके घर - अस्पताल तक खुद चलकर फ्री में ऑक्सीजन पहुंचाने में लगा है। मेरी बातचीत तो होती नहीं, मगर गौरव के इस नए किरदार को दिल से सलाम कर रहा हूं। ऐसे समय में, जिंदगी बचाने को और कई गौरव की आवश्यकता है।" ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज ने आईपीओ के लिए सेबी के साथ ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस किए फाइल वित्त वर्ष -2021 में भारत के आतिथ्य उद्योग का राजस्व 65 प्रतिशत तक हो सकता है कम हेल्थकेयर सुधारों के बावजूद कोविड से बदतर हो रही है भारत की अर्थव्यवस्था