आज हम आपको बताने जा रहे दिमागी बुखार की बीमारी के बारे में. इस बीमारी में बैक्टीरिया आपके ब्लड सिस्टम में प्रवेश कर जाते हैं और ये आपके ब्लड के जरिए आपके दिमाग और स्पाइन कार्ड में प्रवेश कर जाते है. कभी कभी यह इन्फेक्शन मुंह या नाक के द्वारा भी हो सकता है. इस बीमारी में में दिमाग में सूजन आ जाती है. और यही सूजन दिमागी बुखार का कारण बनती है. दिमागी बुखार होने पर बहुत ज़्यादा केयर करने की ज़रूरत होती है. इस बीमारी में पेशेंट को पूरा आराम करना चाहिए, ऐसे रोगियों के लिए तेज रौशनी हानिकारक हो सकती है. इसलिए इन्हें हलके प्रकाश वाले कमरे में रखना चाहिए. तथा इसके आसपास किसी भी तरह का शोरगुल नहीं होना चाहिए. शांति भरे माहौल में ये जल्दी ठीक होंगे. इन रोगियों को खाने में सिर्फ लिक्विड भोजन ही देना चाहिए. भारी और तेल युक्त भोजन दिमागी बुखार के रोगियों को नुकसान पहुंचा सकता है. गॉलब्लेडर के दर्द से आराम दिलाता है निम्बू का रस जानिये उबले हुए निम्बू के फायदे छोटे बच्चो के लिए हानिकारक है चीनी और नमक का सेवन