इंसानो में स्वाइन फ्लू का इन्फेक्शन सूअर, मुर्गी और मनुष्यों में होने वाले इन्फ्लुएंजा के वायरसों के आपस में मिलने से उपजा है. इस बीमारी से बचाव का बड़ा ही आसन तरीका हम आपको बताने जा रहें है :- स्वाइन फ्लू के लक्षण फीवर होना / बुखार आना,सर्दी लगना,गले में दर्द हो जाना,मांसपेशियों और जॉइंट्स में दर्द होना,सिर में दर्द प्रतीत होना,खाँसीयां आना,शारीरिक को शक्तिहीन महसूस करना,उल्टियाँ आना,डायरिया जैसे लक्षण इस बीमारी के दौरान उभरते हैं. 1-इससे बचने के हाथों को बार-बार साबुन या ऐसे किसी एंटी बायोटिक हैण्ड वाश से धोना जरूरी होता है जो वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकते हैं. 2-नाक और मुँह पर सेफेटी के लिए हमेशा मॉस्क या कपड़े / रुमाल आदि को मुंह और नाक पर रखना जरूरी होता है. 3-किसी भी भीड़ भाड वाले स्थान पर जाने से परहेज करें और जब जरूरत हो तभी केवल आम जगहों पर जाना चाहिए ताकि संक्रमण ना फैल सके. 4-यदि घर में किसी को भी यह बीमारी है तो केवल निर्धारित एक व्यक्ति को ही उसकी सेवा के लिए नियुक्त कर दें और वो भी उपरोक्त सेफ्टी फिचेर्स और सावधानी का विशेष ध्यान रखें. जाने क्या है गॉल्स्टोन के कारण