हलाल और हराम में जानिए क्या होता है अंतर

इस्लाम धर्म में खाने-पीने की चीजों को ‘हलाल’ और ‘हराम’ के रूप में बांटा गया है, जिसका उद्देश्य यह बताना है कि कौन सी चीजें खाना वैध (हलाल) हैं और कौन सी अवैध (हराम)। यह इस्लामी शिक्षा के अनुसार तय होता है, और यह आहार के चयन में इस्लामिक सिद्धांतों का पालन करने का हिस्सा है।

हलाल और हराम में अंतर

इस्लाम धर्म में 'हलाल' का मतलब होता है वैध या सही और 'हराम' का मतलब होता है अवैध या गलत। यह आहार से संबंधित होता है कि कौन सी चीजें इस्लामिक नियमों के अनुसार खाई जा सकती हैं और कौन सी नहीं। हराम खाद्य पदार्थों को इस्लाम में सख्त रूप से मना किया गया है और इन्हें खाना इस्लामिक नियमों के खिलाफ माना जाता है।

हराम मानी जाने वाली खाद्य पदार्थ सूकर का मांस और उसके उत्पाद

इस्लाम में सबसे पहले हराम मानी जाने वाली चीज सूकर (सुअर) का मांस और इससे बने खाद्य पदार्थ हैं। कुरान की आयतों (सूरह अल-बक़रा, 2:173; सूरह अल-अनम, 6:145) में इसका साफ जिक्र मिलता है। सूकर से बने अन्य पदार्थ जैसे बेकन, हैम भी इस्लाम में प्रतिबंधित हैं।

खून

इस्लाम धर्म में जानवरों के खून का सेवन भी हराम माना गया है। खून का सेवन करने से खाना अशुद्ध हो जाता है, और इसका सेवन नहीं किया जा सकता।

नशीले पदार्थ

शराब और नशीली दवाओं का सेवन भी इस्लाम में हराम है। नशीले पदार्थों का सेवन करने से व्यक्ति के विवेक पर बुरा असर पड़ता है और वह गलत दिशा में चला जाता है। कुरान में इसे साफतौर पर मना किया गया है, और कहा गया है कि नशे के सेवन से इंसान शैतान के काम करने लगता है।

मांसाहारी पशु और शिकारी पक्षी

जो जानवर शिकार करते हैं या जो अपने पंजों का इस्तेमाल शिकार के लिए करते हैं, उनका मांस खाना भी हराम माना जाता है। जैसे शेर, बाघ, भेड़िया और चील। ये जानवर आमतौर पर सड़े-गले मांस को खाते हैं, इसलिए इनका सेवन इस्लाम में मना किया गया है।

मृत मांस

ऐसे जानवरों का मांस जो स्वाभाविक रूप से मर गए हों या जिन्हें इस्लामी नियमों के अनुसार सही ढंग से न काटा गया हो, वह हराम है। इस्लाम में सही तरीके से जानवर का वध करने का नियम होता है और उसे न मानने पर मांस हराम माना जाता है।

हराम खाद्य पदार्थ न खाने के कारण आध्यात्मिक और नैतिक शुद्धता

हराम खाद्य पदार्थों का सेवन न करने से इंसान आध्यात्मिक और नैतिक रूप से शुद्ध रहता है। इससे वह अल्लाह की बातों का पालन करता है।

स्वास्थ्य और कल्याण

हराम चीजों का सेवन न करने से स्वास्थ्य बेहतर रहता है। सूकर का मांस, रक्त और नशीले पदार्थों से शरीर को नुकसान हो सकता है। सूकर के मांस में मौजूद परजीवियों से गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।

पशुओं के प्रति नैतिकता

मांसाहारी और शिकारी जानवरों का मांस न खाना पशुओं के प्रति दयालुता और नैतिक व्यवहार को दर्शाता है। इस्लाम में जानवरों के साथ अच्छे व्यवहार पर जोर दिया गया है।

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