जानिये ऐसी जगह जंहा घर बसाना पड़ सकता है बहुत मंहगा, जीवन में आ सकती है परेशानियां

आपने कभी सोचा है कि जीवन में बार बार परेशानियां ही आती रहती हैं। एक खत्‍म तो दूसरी शुरू। ऐसे में पहला सवाल मन में यह उठता है कि कहीं घर में तो कोई दोष तो नहीं? तो हल ढू़ढ़ने के लिए कई बार हम ज्‍योतिष और वास्‍तु का भी सहारा लेते हैं। हालांकि तब पता चलता है कि घर में तो ऐसा कोई दोष नहीं है। परन्तु परेशानियां फिर भी कम नहीं होती। ऐसे में अगर आप भी कहीं नया घर लेने या खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो इस बारे में भविष्यपुराण में बताई गई कुछ बातों को जरूर जान लें। इसके मुताबिक कुछ ऐसी जगहे हैं जहां पर परिवारवालों को कभी भी घर नहीं बनाना चाहिए। अन्‍यथा समस्‍याएं व्‍यक्ति का कभी भी पीछा नहीं छोड़तीं।

भविष्‍यपुराण के मुताबिक किसी भी व्‍यक्ति को घर बनवाने या खरीदने से पहले जगह का विशेष ध्‍यान रखना चाहिए। अन्‍यथा व्‍यक्ति को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए कभी भी किसी भी मंदिर के मार्ग में घर का निर्माण नहीं करवाना चाहिए। इसके साथ जहां पर यज्ञ-हवन का आयोजन होता हो यानी कि यज्ञशाला हो तो ऐसी जगह पर भी घर का निर्माण नहीं करवाना चाहिए। अन्‍यथा तमाम परेशानियां आती हैं। इसका कारण यह बताया जाता है कि यज्ञशाला में नियमित रूप से हवन-पूजन होता है लेकिन घर बनने के बाद वहां पर पूजा-अर्चना बंद हो जाती है। इससे नकारात्‍मक शक्तियों का वास होता है।

भविष्‍यपुराण कहता है मांस-मदिरा के स्‍थान पर भी मकान नहीं लेना चाहिए। इन जगहों पर नेगेटिव शक्तियों का वास होता है। ऐसे में इन स्‍थानों पर बनाए गये घर में तमाम तरह की मुश्किलें आती ही रहती हैं। तो जब भी मकान लेने जाएं इन जगहों का ख्‍याल रखें। जिस तरह यह कहा जाता है कि हम जो खाते हैं हमारा मन भी वैसे ही व्‍यवहार करने लगता है। ठीक इसी प्रकार हम जिस वातावरण में रहते हैं हमारे व्‍यवहार में भी वही दिखाई देता है। यही वजह है कि भविष्‍यपुराण में ऐसी जगह रहने की मनाही है जहां पर पाखंड‍ी और नौकर रहते हों। ऐसी स्थानों पर रहने से व्‍यक्ति के व्‍यवहार में भी धूर्तता आने लगती है।

भविष्‍यपुराण में बताया गया है कि किसी भी राजमार्ग पर कभी भी घर नहीं बनवाना चाहिए। इसके पीछे तर्क यह हे कि वाहनों के आवागमन से वहां पर हमेशा ही शोर-शराबा रहता है। इससे जिंदगी में भी शोर ही शोर यानी कि परेशान‍ियां ही परेशानियां रहती हैं। किसी भी तरह का सुकून नहीं होता। इसके साथ राजमहल से आशय पुराने जमाने में राजाओं के महल के सामने मकान बनवाने से था। परन्तु वर्तमान समय में किसी भी ऐसे व्‍यक्ति के घर के सामने घर नहीं बनवाया जाना चाहिए जहां पर हर समय ही अलग-अलग तरह के लोगों का आना-जाना लगा ही रहता हो। इससे भी व्‍यक्ति के आसपास का माहौल प्रभावित होता है और कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं।

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