रुद्राक्ष शिवजी का मनपसंद आभूषण होता है.कहते है की रुद्राक्ष के बिना शिवजी का श्रंगार ही अधूरा होता है रुद्राक्ष के 14 प्रकार होते हैं जिनके अपने अलग अलग फायदे होते है. आइये जानते है इनके बारे में- 1-एक मुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव का रूप माना गया है. कहते है की जिस घर में एक मुखी रुद्राक्ष की पूजा की जाती है, उस घर से माता लक्ष्मी कभी दूर नहीं जातीं. 2-शास्त्रों के अनुसार दो मुखी रुद्राक्ष देव देवेश्वर होता है .इस रुद्राक्ष को धारण करने से हर मुराद पूरी होती है. 3-तीन मुखी रुद्राक्ष सफलता की चाभी होता है.अगर किसी बच्चे का मन पढाई में नहीं लगता है तो उसे तीन मुखी रुद्राक्ष पहनाये. 4-चार मुखी रुद्राक्ष ब्रह्माजी का रूप होता है. इसके दर्शन मात्र से काम व मोक्ष की प्राप्ति होती है. 4-पंचमुखी रुद्राक्ष को कालाग्निरुद्र का स्वरूप माना गया है.इस रुद्राक्ष को पहनने से असंभव काम भी संभव हो जाता है. 5-छ: मुखी वाला रुद्राक्ष भगवान कार्तिकेय का रूप होता है. इस रुद्राक्ष को धारण करने से सभी पाप नष्ट हो जाते है. 6-सात मुखी रुद्राक्ष अनंग नाम के नाम से जाना जाता है.अगर इस रुद्राक्ष को कोई गरीब व्यक्ति धारण करता है तो वह भी धनवान बन सकता है. 7-आठमुखी रुद्राक्ष अष्टमूर्ति भोरवस्वरूप होता है. इसको पहनने से उम्र बढ़ती है.और अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है. 8-नौ मुखी रुद्राक्ष कपिलमनु का रूप होता है.अगर आपको ज़्यादा गुस्सा आता है तो इसे पहनने से क्रोध पर नियंत्रण के साथ ज्ञान की प्राप्ति भी होती है. 9-दस मुखी रुद्राक्ष भगवान विष्णु का रूप होता है. अगर इस रुद्राक्ष को धारण किया जाये तो संपूर्ण इच्छाएं पूरी हो जाती है. 10-ग्यारह मुखी रुद्राक्ष स्वयं शिव का स्वरुप होता है.इस रुद्राक्ष को पहनने से हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. 11-बारहमुखी रुद्राक्ष को पहनने से जीवन में सभी सुख सुविधाओं की प्राप्ति होती है. कालसर्प दोष को दूर करने के कुछ आसान उपाय काली मिर्च और काला नमक भी दूर करते है शनिदोष गायत्री मंत्र से करे बीमारी का इलाज