हस्तरेखा ज्योतिष में हाथों की लकीरों और पर्वत क्षेत्रों का विशेष महत्व होता है. लय आप जानते है कि हाथ में राहु पर्वत का स्थान मस्तिक रेखा के नीचे तथा शुक्र व् चंद्र पर्वत के बीच में होता है. भाग्य रेखा इस ही पर्वत से होकर सूर्य पर्वत पर जाती है. राहु पर्वत का अध्ययन करके आपके भविष्य में आने वाले होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं के बारे में पता लगाया जा सकता है. तो आइये जानते है राहु पर्वत के महत्त्व के बारे में यदि जातक के हाथ में राहु पर्वत विकसित हो तो ये जातक भाग्यवान होते और इनका मन धार्मिक प्रवृति का होता है साथ ही इनकी समाज में अच्छी मान प्रतिष्ठा होती है. यदि किसी जातक के हाथ में राहु पर्वत विकसित हो और जातक की राहु पर्वत पर भाग्य रेखा टूटी हुई हो तो ऐसे जातक जीवन में एक बार जरूर ऊपर उठते है और फिर वे गलत कार्यो में आकर अपनी संपत्ति गवा देते है. यदि राहु पर्वत हथेली के मध्य में होता है तो ये जातक अपने यौवन समय में गलत कार्यो में पड़कर अपने जीवन में बदनाम हो जाते है . यदि राहु पर्वत का हथेली में आभाव है और भाग्य रेखा राहु पर्वत पर आकर टूट गयी हो तो ये जातक अपने यौवन काल को दरिद्र की भांति व्यतीत करते है. शिवपुराण में वर्णित हैं मौत के यह संकेत इन उपायों से कर सकते है माँ दुर्गा को प्रसन्न राहु की छाया से बचने के उपाय राहु के बचाव के लिए राशि अनुसार करें यह उपाय एसजीपीसी से बर्खास्त कर्मचारी करेंगे धर्म परिवर्तन