क्या है ज्योतिष शाश्त्र में हल्दी का महत्व

धर्म हो या ज्योतिष या फिर सामान्य जीवन हल्दी के बिना सब अधूरा है. हल्दी खाने का स्वाद तो बढ़ाती है, साथ ही हर मंगल काम की शोभा होती है. हल्दी का पीला रंग उसे बृहस्पति से जोड़ता है. ज्योतिष में बृहस्पति को मजबूत करने के लिए हल्दी का प्रयोग हैं.

आइये जानते है हल्दी के महत्त्व के बारे में -

1-हल्दी नारंगी और पीले रंग में मिलती है. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इन रंगों का भी विशेष महत्व है. जहाँ पीला रंग शुद्धता और कामुकता का प्रतीक है वहीं नारंगी रंग सूर्य, साहस और बलिदान का प्रतीक है. 

2-हल्दी शुद्धता का प्रतीक है: आपने अक्सर देखा होगा कि हिन्दू शादियों में हल्दी की रस्म होती है. इसमें दुल्हन को हल्दी के पेस्ट लगाई जाती है. इस रस्म का उद्देश्य दुल्हन को सभी पापों से मुक्त करना तथा शादी की सभी रस्मों के लिए तैयार करना होता है. 

3-जब हल्दी की बात आती है तो हिन्दू धर्म में यह एक अन्य महत्वपूर्ण पदार्थ है जिसकी आवश्यकता हिन्दू धर्म की धार्मिक रस्मों के समय होती है. यहाँ तक कि हल्दी का उपयोग गणेश पूजन के लिए भगवान गणेश की मूर्ति बनाने के लिए भी किया जाता है. 

4-ज्योतिष के जानकारों की मानें तो हल्दी के प्रयोग से ग्रहों की तमाम समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है. हल्दी खासतौर पर बृहस्पति से जुड़ी हर समस्या का समाधान कर सकती है. हल्दी कई रंगों की होती है. यह पीले, नारंगी और काले रंग की होती है. रंगों के आधार पर इसका ग्रहों से संबंध होता है.

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