राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित है किराडु मंदिर'.ऐसा माना जाता है की यदि कोई यहां शाम के बाद मंदिर में ही रुक जाए तो वह पत्थर बन जाता है. यहाँ के लोगो का कहना है की कई वर्ष पहले किराडू में एक साधु अपने शिष्यों के साथ आए. एक दिन साधु अपने शिष्यों को छोड़कर दूसरे स्थान पर गए. लेकिन उनके जाते ही, उनके सभी शिष्यों की सेहत बिगड़ गयी. जाते समय तपस्वी साधु शिष्यों की देखभाल की जिम्मेदारी गांव वालों को छोड़ गए थे.जब साधु, भ्रमण कर वहां लौटे तो सभी शिष्यों को बीमार देखकर काफी गुस्सा हुए और बोले, गांव के सभी लोग पत्थर दिल हैं. उन्होंने श्राप दिया गांव के सभी लोग पत्थर बन जाएं. लेकिन गाँव में एक औरत ऐसी थी, जिसने शिष्यों की मदद की थी. साधु ने उसे इस श्राप से मुक्त रखा. बाड़मेर के सिहणी गांव में आज भी उस स्त्री की मूर्ति देखी जा सकती है.किराडु मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था.यह मंदिर मध्यप्रदेश के खजुराहो मंदिरों की तरह ही सुंदर है . जानिए क्यों मनाया जाता है बिहू पर्व