विज्ञान ने कितनी तरक्की कर ली. कितनी बड़ी से बड़ी समस्या का इलाज अगर सम्भव हुआ है तो वह विज्ञान के कारण! विज्ञान क्षेत्र में नई खोज को प्रोत्साहन देना जरूरी है. सिर्फ विज्ञान के बल पर देश, विश्व इतनी तरक्की कर सका है. विज्ञान से जुड़े प्रश्न प्रतियोगिता परीक्षा में भी आते है. पेश है आपके सामने कुछ प्रश्न- 1. एक रोगी को, जो लंबी बीमारी से पीडित है और प्रतिजीवी व्यवस्था पर है, उसके आहार में प्रोबायोटिक्स लेने की सलाह दी जाती है। ये प्रोबायोटिक्स पूरक हैं जिनमें आवश्यक मात्रा में– (A) प्रोटीन होते हैं (B) विटामिन होते हैं (C) लैकिटक अम्ल जीवाणु होते हैं (D) विधुत अपघटय होते हैं Ans : (C) 2. सर्वाधिक कठोर तत्व निम्न में कौन है? (A) हीरा (B) सीसा (C) टंग्स्टन (D) लोहा Ans : (A) 3. कार्बन डेटिंग का प्रयोग किसकी उम्र निर्धारित करने के लिए किया जाता है? (A) वृक्षों की (B) पृथ्वी की (C) फॉसिल्स की (D) चटटानों की Ans : (C) 4. भारत में परमाणु ऊर्जा का उत्पादन किस वर्ष आरम्भ हुआ? (A) 1956 (B) 1967 (C) 1969 (D) 1974 Ans : (C) 5. भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम का क्या उद्देश्य नहीं है? (A) दूर संचार का विस्तार (B) प्राकृतिक सम्पदा की खोज (C) देश की सुरक्षा की निगरानी करना (D) मौसम की जानकारी प्राप्त करना Ans : (C) 6. अन्टार्कटिका में प्रथम भारतीय स्थायी प्रयोगशाला को क्या नाम दिया गया? (A) दक्षिण गंगोत्री (B) मैत्री (C) यमनोत्री (D) गंगोत्री Ans : (A) 7. तार–सड़क कब आसानी से टूट जाती है? (A) ग्रीष्म (B) शीत (C) बारिश में (D) व्यस्त ट्रैफिक Ans : (A) 8. एक घड़ी प्रात: के 8 बजे का समय दर्शा रही है। घड़ी में अपरान्ह के 2 बजे तक घंटे की सुई कितने अंश घूमेगी– (A) 150º (B) 144º (C) 168º (D) 180º Ans : (D) 9. किसी घड़ी की घंटे की सुई और मिनट की सुई एक दिन में कितना बार परस्पर समकोण पर होती हैं? (A) 44 (B) 48 (C) 24 (D) 12 Ans : (B) 10. भारत के अन्टार्कटिका में द्वितीय स्थायी स्टेशन को क्या नाम दिया गया? (A) दक्षिण गंगोत्री (B) मयनोत्री (C) दक्षिण यमनोत्री (D) मैत्री Ans : (D) ये भी पढ़े जानिए 8 सितम्बर से जुड़े इतिहास के बारे में इतिहास से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर इंजीनियर ट्रेनी के लिए WAPCOS दे रही है नौकरी का सुनहरा मौका जॉब और करियर से जुडी हर ख़बर न्यूज़ ट्रैक पर सिर्फ एक क्लिक में, पढिये कैसे करे जॉब पाने के लिए तैयारी और बहुत कुछ.