एक स्वस्थ शरीर के लिए भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड बहुत जरूरी होता है, अक्सर लोग इसे खाद्य पदार्थों के द्वारा पूरा करते है, ओमेगा 3 फैटी एसिड ट्यूना,हलिबेट, शैवाल, क्रिल्ल जैसी मछलियों में पाया जाता है. कई लोग अपने शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी को पूरा करने के लिए मछली के तेल से बने कैप्सूल का सेवन करते है, पर बहुत से लोगो को ये कैप्सूल सूट नहीं करते है, इसलिए इन लोगो को इनका सेवन नहीं करना चाहिए . मछली के तेल के कैप्सूल्स के सेवन से कुछ लोगो को पाचन क्रिया में गड़बड़ी,स्किन रैश,एलर्जी आदि की समस्या हो सकती है. 1- अगर आपको फिश कैप्सूल खाने के थोड़े समय के बाद अपनी स्किन पर लाल निशान या रैशेज दिखाई देने लगे तो ये समझ जाना चाहिए की ये आपको सूट नहीं कर रहा है और इसे खाना बंद कर देना चाहिए. 2- किसी किसी को मछली के तेल से बने कैप्सूल खाने के बाद कमर दर्द की समस्या होने लगती है, अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो फ़ौरन अपने डॉक्टर से संपर्क करे. 3- कभी कभी इन कैप्सूल्स के सेवन से मुंह का टेस्ट ख़राब हो जाता है, जिसके कारण कोई भी खाना खाने में अच्छा नहीं लगता है, अगर ऐसा हो तो इन कैप्सूल्स का सेवन बंद कर देना चाहिए, . 4- कुछ लोगो को मछली के तेल से बने कैप्सूल पचाने में परेशानी दिककत होती है. और इसे खाने से उन्हें बुखार,छिंके,जुकाम या गले में खराश की परेशानी भी आ सकती है. जूस भी कर सकते है बीमारियों का इलाज दिल को स्वस्थ रखती है भीगी हुई मूंगफली एसिडिटी की समस्या से छुटकारा दिलाता है हींग का पानी