कोरोना संक्रमण के बाद कई अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, इनमें से एक है लाइम डिजीज। हर साल की तरह इस साल भी लाइम डिजीज का प्रकोप बढ़ने लगा है। यह बीमारी मुख्यतः हरी घास और जंगल के पेड़-पौधों में पाए जाने वाले टिक्स के काटने से होती है। हालांकि शुरुआत में यह बीमारी मामूली लग सकती है, लेकिन समय के साथ यह गंभीर रूप ले सकती है, जैसे आर्थराइटिस। लाइम डिजीज के लक्षण लाइम डिजीज, जिसे बोरेलिया बर्गडॉरफेरी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है, टिक के काटने से फैलता है। यह मकड़ी जैसे दिखने वाले टिक्स द्वारा फैलता है। इन टिक्स के काटने से शरीर पर लाल चकत्ते और सूजन हो जाती है, जो ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर सकते हैं। 1975 में कनेक्टिकट में पहली बार पहचाने जाने वाली लाइम डिजीज अब पूरी दुनिया में फैल रही है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ रही हैं। लाइम डिजीज का प्रभाव यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन के चिकित्सा विशेषज्ञ प्रोफेसर जैक लैम्बर्ट के अनुसार, लाइम डिजीज सेंट्रल नर्वस सिस्टम, मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम, मूत्राशय और आंत जैसे अंगों को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। कोलंबिया विश्वविद्यालय के लाइम और टिक-बोर्न डिजीज रिसर्च सेंटर के निदेशक ब्रायन फॉलन ने पाया है कि शुरुआती दौर में अक्सर गलत निदान होते हैं, जिससे मरीजों के लक्षणों की सच्चाई पर संदेह बना रहता है। लाइम डिजीज के शुरुआती लक्षण लाइम डिजीज के शुरुआती लक्षणों में शरीर पर लाल रैशेज, चकत्ते, खुजली शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, आर्थराइटिस, कॉग्निटिव समस्याएं, क्रोनिक थकान और नींद की समस्याएं भी हो सकती हैं। ये लक्षण लंबे समय तक बने रह सकते हैं। पहले चरण के लक्षण लाइम डिजीज के पहले चरण में आमतौर पर थकान, बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, और जोड़ों में अकड़न जैसी समस्याएं होती हैं। इसके साथ ही, लिम्फ नोड्स में सूजन भी हो सकती है। अगर इस समय इलाज न किया जाए, तो यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है। इसके परिणामस्वरूप गर्दन में दर्द, शरीर के विभिन्न हिस्सों में चकत्ते, टिशूज और जॉइंट्स में गड़बड़ी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। सावधानियां और उपचार लाइम डिजीज से बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी है। जब भी आप हरी घास या जंगल में जाएं, तो पूरी सुरक्षा के साथ जाएं और टिक्स से बचने के लिए उपाय करें। अगर आपको टिक्स के काटने का शक हो या लाइम डिजीज के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित उपचार करवाएं। इस जानकारी के साथ, आप लाइम डिजीज से जुड़ी जानकारी को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं और इससे बचाव के लिए जरूरी कदम उठा सकते हैं। इस शख्स की वजह से सड़क पर बीती थी अभिषेक की रात राजनीतिक बैकग्राउंड से जुड़ा है इन कलाकारों का जीवन 'मोदी विरोध के बाद भी मिला मौका', विनेश फोगाट की जीत पर कंगना रनौत ने कसा तंज