दोस्ती, या मित्रता, जीवन का एक अनमोल और खूबसूरत रिश्ता है। यह वह रिश्ता है जो व्यक्ति अपने जीवन में खुद बनाता है, जबकि अन्य रिश्ते जैसे माता-पिता, भाई-बहन, दादा-दादी जन्म के साथ स्वतः बन जाते हैं। दोस्ती का यह खूबसूरत रिश्ता हर किसी के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है, और इसी दोस्ती को समर्पित है फ्रेंडशिप डे (Friendship Day 2024)। हर साल अगस्त महीने के पहले रविवार को अंतर्राष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाया जाता है, और इस साल यह पर्व आज रविवार, 4 अगस्त 2024 को मनाया जा रहा है। दोस्त वह साथी होते हैं जो हमारे जीवन को खुशहाल बनाते हैं, सुख और दुख में हमारे साथ होते हैं, और हमें जीवन में आगे बढ़ने में मदद करते हैं। हालांकि, दोस्त बनाने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें जानना आवश्यक हैं, जिनका उल्लेख आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने अपनी नीति शास्त्र में किया है। चाणक्य की नीतियाँ जीवन के हर पहलू को छूती हैं, और मित्रता भी उनकी नीति में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। आइए, जानते हैं आचार्य चाणक्य की मित्रता से जुड़ी महत्वपूर्ण नीतियाँ। मित्रता में न करें बुरे काम चाणक्य कहते हैं कि किसी भी मित्रता में बुरे काम का साथ नहीं देना चाहिए। चाहे आपकी दोस्ती कितनी भी घनिष्ठ क्यों न हो, बुरे काम में मित्र का साथ देना सही नहीं होता। इसके साथ ही, जो दोस्त आपको गलत काम करने के लिए उकसाए या आपका साथ दे, उनसे भी दूरी बनाना चाहिए। अंधा विश्वास न करें दोस्त पर विश्वास करना महत्वपूर्ण है, लेकिन अंधा विश्वास न करें। अगर आप अपने दोस्त पर पूरी तरह से अंधा विश्वास करते हैं, तो इसके परिणामस्वरूप आपको भविष्य में पछताना पड़ सकता है। अपने दोस्त की अच्छाई और बुराई को समझना और उस पर विश्वास करना सही होता है। मुसीबत के समय पहचानें सच्चा दोस्त कहा जाता है कि सच्चा दोस्त वही है जो मुश्किल घड़ी में आपके साथ खड़ा रहे। इसलिए, जो दोस्त मुश्किल समय में किनारा कर लें या आपका साथ छोड़ दें, उनसे कभी भी दोस्ती न करें। चाणक्य के अनुसार, मुश्किल वक्त में ही सच्चे दोस्त की पहचान होती है। दोस्त बनाने से पहले करें जांच-पड़ताल दोस्त बनाने से पहले आपको उसकी सही जांच-पड़ताल जरूर करनी चाहिए। यह सुनिश्चित करें कि आपका दोस्त एक अच्छा व्यक्ति हो और आपकी मित्रता के लिए सही हो। किसी बुरे व्यक्ति को दोस्त बनाना आपकी समस्याओं को बढ़ा सकता है और वह दोस्त आपके लिए मुसीबत का कारण बन सकता है। दोस्ती जीवन का अनमोल हिस्सा है, लेकिन सही दोस्त चुनना उतना ही महत्वपूर्ण है। आचार्य चाणक्य की नीतियाँ हमें यह सिखाती हैं कि दोस्ती में बुरे काम से बचना चाहिए, अंधा विश्वास नहीं करना चाहिए, और मुश्किल समय में सच्चे दोस्तों को पहचानना चाहिए। दोस्ती एक सुंदर रिश्ता है, लेकिन इसे समझदारी और सावधानी से निभाना चाहिए। असम में TATA का सेमीकंडक्टर प्लांट, 26000 लोगों को मिलेगा रोज़गार ऑयल इंडिया में नौकरी पाने का सुनहरा मौका, 80000 तक मिलेगी सैलरी 10वीं-12वीं पास के लिए नौसेना में निकली बंपर भर्ती, फटाफट कर लें आवेदन