आजकल लोग अपनी डाइट को लेकर काफी सजग हो गए हैं और हेल्दी रहने के लिए विभिन्न प्रकार की डाइट अपनाते हैं। कीटो, इंटरमिटेंट फास्टिंग, लिक्विड, और एल्कलाइन डाइट इनमें से कुछ हैं। जहां इंटरमिटेंट फास्टिंग में हर दिन 12 से 16 घंटे तक उपवास किया जाता है, वहीं एल्कलाइन डाइट के बारे में कम लोग ही जानते हैं। इस लेख में हम आपको एल्कलाइन डाइट के बारे में जानकारी देंगे, यह क्या है, और किसके लिए यह फायदेमंद हो सकती है। एल्कलाइन डाइट क्या है? एल्कलाइन डाइट, जिसे एल्कलाइन एश डाइट भी कहा जाता है, ऐसी डाइट है जिसमें उन खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाता है जो शरीर के पीएच लेवल को संतुलित रखने में मदद करें। पीएच लेवल शरीर में अल्कलाइन और एसिड की मात्रा को मापता है। एल्कलाइन डाइट में हरी सब्जियां, ताजे फल, सलाद, ऑर्गेनिक फूड्स, और नट्स को शामिल किया जाता है। पीएच लेवल की रेंज पीएच लेवल 0 से 14 तक होता है: 0.0-6.9: एसिडिक 7.0: न्यूट्रल 7.1-14.0: अल्कलाइन या बेसिक यदि किसी भोजन का पीएच लेवल 7.1 से अधिक है, तो वह अल्कलाइन मानी जाती है। 7 को सामान्य पीएच लेवल माना जाता है, और इससे कम लेवल वाले फूड्स अधिक एसिडिक होते हैं, जबकि 14 पीएच वाले फूड्स सबसे ज्यादा बेसिक होते हैं। एल्कलाइन डाइट के फायदे पीएच लेवल बैलेंस: एल्कलाइन डाइट शरीर के पीएच लेवल को संतुलित बनाए रखने में मदद करती है, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं कम होती हैं। एनर्जी और इन्फ्लेमेशन: यह डाइट शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है और सूजन को कम करने में मदद कर सकती है। पाचन और स्किन: एल्कलाइन डाइट पाचन को सुधारने, त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। इससे इम्यूनिटी भी बेहतर हो सकती है। एसिडिटी की समस्या: यदि शरीर में एसिड बैलेंस बिगड़ता है, तो इससे ड्राई स्किन, गैस-एसिडिटी, सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। एल्कलाइन डाइट इन समस्याओं को कम करने में सहायक हो सकती है। किसके लिए फायदेमंद है? डायटिशियन डॉ. परमजीत कौर के अनुसार, एल्कलाइन डाइट एसिडिटी की समस्या को राहत देने और पेट की चर्बी को कम करने में मददगार हो सकती है। यह अर्थराइटिस जैसी बीमारियों में भी लाभकारी हो सकती है। हालांकि, किसी भी डाइट को अपनाने से पहले यह जरूरी है कि आप अपने शरीर की जरूरतों को समझें और डॉक्टर से सलाह लें। एल्कलाइन डाइट को कैसे अपनाएं? प्राकृतिक खाद्य पदार्थ: अपनी डाइट में अधिक हरी सब्जियां, ताजे फल, और नट्स शामिल करें। पर्याप्त पानी: शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। संतुलित आहार: सभी आवश्यक पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए संतुलित आहार लें। डॉक्टर की सलाह: अपनी डाइट के बारे में कोई भी निर्णय लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। एल्कलाइन डाइट शरीर में पीएच लेवल को संतुलित करने में मदद कर सकती है, लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि शरीर में एसिड खाना पचाने के लिए भी आवश्यक होते हैं। इसलिए, इस डाइट को अपनाने से पहले पेशेवर सलाह लेना उचित रहेगा। शुगर कंट्रोल करने के लिए अपनाएं आयुर्वेदिक तरीके, मिलेगी राहत लिवर की कई बीमारियों को दूर करती है कॉफी, जानिए कब और कैसे करना चाहिए सेवन? दोमुंहे बाल रोक सकते हैं आपकी हेयर ग्रोथ, ऐसे करें हेयर केयर