जानें क्या होता है प्रतिरक्षा पासपोर्ट ?

दुनिया में अर्थव्यवस्थाओं को फिर से शुरू करने की बहुत चर्चा हो रही है. लेकिन हर देश की सरकारें यह कोशिश कर रही है कि लॉकडाउन को समाप्त करने पर आबादी को कम से कम कोरोना वायरस को जाखिम रहे. वहीं, प्रतिरक्षा पासपोर्ट, जोखिम-रहित प्रमाण पत्र, को लेकर सरकारों के बीच टालमटोल चल रहा है. क्योकि इस पासपोर्ट को लेकर एकमत नहीं बन पा रहा है. बता दें कि प्रतिरक्षा पासपोर्ट उन लोगों को जारी किया जाता है जिनमें कोरोना वायरस के खिलाफ एक खास एंटीबॉडी विकसित हो गई है. 

जानिए क्या होता है एंटी बॉडी यह एक रक्त-परिसंचारी प्रोटीन है जो सफेद रक्त कोशिकाओं द्वारा निर्मित होता है, जिसका उपयोग हमारे शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली वायरस या बैक्टीरिया का नाश करने में करती है. यह खास प्रोटीन बहुत सीमित समय में रोगजनक बैक्टीरिया और वायरस को बेअसर कर देता है. 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि WHO ने एक संक्षिप्त नोट में कहा है, "इस बात का 'कोई सबूत नहीं' मिला है कि जिन लोगों में संक्रमण से ठीक होने के बाद एंटीबॉडी विकसित हो गया है, उन्हें दोबारा संक्रमण नहीं होगा और वो इससे सुरक्षित हैं." वही, ज़्यादातर अध्ययन यह बताते हैं कि जो लोग कोरोना के संक्रमण से एक बार ठीक हो गए हैं, उनके ख़ून में एंटीबॉडी मौजूद है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनमें एंटीबॉडी का स्तर कम है.

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