सनातन धर्म में महाशिवरात्रि के त्योहार को बहुत विशेष माना जाता है. महाशिवरात्रि का त्योहार फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन मनाया जाता है. वही इस साल 8 मार्च के दिन महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाएगा. इस व्रत को स्त्री या पुरुष कोई भी रख सकता है हर महीने मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है महाशिवरात्रि का व्रत अमोघ फल देने वाला माना जाता है। शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में अंतर: 1. तिथि: शिवरात्रि: हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाई जाती है। महाशिवरात्रि: यह साल में एक बार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। 2. महत्व: शिवरात्रि: यह दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। महाशिवरात्रि: यह सबसे महत्वपूर्ण शिवरात्रि मानी जाती है। 3. मान्यताएं: शिवरात्रि: इस दिन भगवान शिव का तांडव नृत्य हुआ था। महाशिवरात्रि: इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। 4. पूजा: शिवरात्रि: इस दिन भक्त भगवान शिव का रुद्राभिषेक करते हैं, शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं और भजन गाते हैं। महाशिवरात्रि: इस दिन भक्त भगवान शिव और माता पार्वती दोनों की पूजा करते हैं। 5. व्रत: शिवरात्रि: इस दिन भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं। महाशिवरात्रि: इस दिन व्रत रखने का विशेष महत्व होता है। 6. उत्सव: शिवरात्रि: इस दिन कई शिवालयों में विशेष उत्सव आयोजित किए जाते हैं। महाशिवरात्रि: यह सबसे बड़ा शिव उत्सव होता है। शिवरात्रि और महाशिवरात्रि दोनों ही भगवान शिव को समर्पित महत्वपूर्ण दिन हैं। महाशिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण शिवरात्रि मानी जाती है। मुगल इतिहास का अनोखा सच: अकबर की मां पढ़ती थीं रामायण! आज भूलकर भी ना करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां, वरना भुगतना पड़ेगी भारी समस्या कब है विजया एकादशी? जानिए शुभ मुहूर्त