सूरज लगभग 4.5 अरब साल से हमारी पृथ्वी को रोशनी और ऊर्जा दे रहा है। यह एक विशाल आग का गोला है जो 14 करोड़ 96 लाख किलोमीटर दूर स्थित है। इसकी उम्र करीब 4.6 बिलियन साल है। सूरज में मुख्य रूप से हाइड्रोजन (71%) और हीलियम (26.5%) पाए जाते हैं, जबकि अन्य तत्व जैसे ऑक्सीजन, सल्फर, लोहा, मैग्नीशियम भी मौजूद हैं। सूरज के केंद्र में न्यूक्लियर फ्यूजन की प्रक्रिया चलती रहती है, जिसमें हाइड्रोजन के एटम आपस में मिलकर हीलियम बनाते हैं और इस प्रक्रिया से ऊर्जा पैदा होती है। क्या होगा अगर कोई पानी से भरा ग्रह सूरज से टकराए? बहुत से लोगों के मन में यह सवाल आता है कि अगर किसी दिन सूरज से कोई पानी से भरा हुआ ग्रह टकरा जाए तो क्या होगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक, सूरज इतना बड़ा और शक्तिशाली है कि ब्रह्मांड में कोई भी ग्रह उससे टकराकर उसे बुझा नहीं सकता। यहां तक कि अगर "जीजे 1214" जैसे कोई ग्रह, जिसमें 75% पानी है, सूरज से टकरा भी जाए तो भी वह सूरज के लिए कोई खतरा नहीं बन पाएगा। जीजे 1214 नामक यह ग्रह पृथ्वी से आकार में ढाई गुना बड़ा है और इसके मास का आठ गुना है। हालांकि, सूरज की तुलना में यह ग्रह बहुत छोटा है। इसलिए, अगर कोई ऐसा ग्रह सूरज से टकराएगा तो यह सूरज के मुकाबले न के बराबर होगा। सूरज और तेजी से जलने लगेगा अगर मान लिया जाए कि बहुत सारे पानी से भरे ग्रहों का मिश्रण सूरज से टकरा जाए, तो सूरज बुझने की बजाय और ज्यादा जलने लगेगा। इसकी वजह यह है कि सूरज में प्लाज्मा मौजूद है, जिसे जलने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होती। जब कोई वाटर प्लेनेट सूरज से टकराएगा, तो सूरज की गर्मी से वह पानी भाप में बदल जाएगा और उसमें मौजूद हाइड्रोजन गैस के एटम सूरज के लिए फ्यूल का काम करेंगे। इससे सूरज की ऊर्जा और ज्यादा बढ़ जाएगी और वह और ज्यादा चमकने लगेगा। सूरज की उम्र हो जाएगी कम फिलहाल, सूरज की अनुमानित उम्र करीब 5 अरब साल मानी जाती है। लेकिन अगर सूरज से कोई पानी भरा ग्रह टकराता है, तो उसकी हाइड्रोजन और तेजी से जलने लगेगी। इससे सूरज का आकार बढ़ने लगेगा और उसकी गर्मी भी ज्यादा हो जाएगी। हालांकि, इससे सूरज की उम्र घट सकती है, और वह 5 अरब साल की बजाय शायद सिर्फ 1 अरब साल तक ही टिक पाएगा। इंसानों के लिए खतरा अगर कोई पानी से भरा ग्रह सूरज से टकराता है तो इसका असर पृथ्वी और बाकी ग्रहों पर भी पड़ेगा। सूरज की गर्मी तेजी से बढ़ने लगेगी और उसका आकार बढ़ने की वजह से पृथ्वी और अन्य ग्रह सूरज के और करीब आ सकते हैं। इससे पृथ्वी पर अत्यधिक गर्मी पैदा हो जाएगी, जिससे जीवन के लिए बड़ा खतरा उत्पन्न हो जाएगा। इंसानों और अन्य जीवों के लिए यह स्थिति काफी खतरनाक हो सकती है, क्योंकि तापमान में बढ़ोतरी से जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियां खत्म हो जाएंगी। दुनियाभर में इस्लामी शासन लाने का लक्ष्य! सरकार ने आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर पर लगाया प्रतिबंध अमिताभ बच्चन को अपने पिता का पुनर्जन्म मानते थे हरिवंश राय, खुद किया खुलासा रतन टाटा ने प्रोड्यूस की थी फिल्म, अमिताभ बच्चन ने निभाया था लीड रोल