भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अक्सर चर्चा का विषय रहती हैं। लोग अक्सर जानना चाहते हैं कि किस राज्य में सबसे महंगा ईंधन मिलता है और इसके पीछे क्या कारण होते हैं। आइए जानते हैं इससे जुड़ी अहम जानकारी। राज्य सरकार का वैट का असर: हर राज्य सरकार अपनी कमाई बढ़ाने के लिए पेट्रोल और डीजल पर अलग-अलग दरों से वैट (मूल्य वर्धित कर) लगाती है। जिन राज्यों में वैट की दरें ज्यादा होती हैं, वहां ईंधन की कीमतें भी बढ़ जाती हैं। यही कारण है कि हर राज्य में पेट्रोल और डीजल के दाम अलग-अलग होते हैं। केंद्र सरकार का उत्पाद शुल्क: केंद्र सरकार भी पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क लगाती है, जो पूरे देश में समान होता है। यह शुल्क ईंधन की कुल कीमत का हिस्सा बनता है और इससे भी पेट्रोल और डीजल की दरें प्रभावित होती हैं। परिवहन लागत का असर: तेल डिपो से पेट्रोल पंप तक ईंधन पहुंचाने की प्रक्रिया में परिवहन लागत भी जुड़ती है। दूर-दराज के इलाकों में यह लागत अधिक होती है, जिससे वहां पेट्रोल और डीजल की कीमतें ज्यादा होती हैं। खासकर पहाड़ी और दूरस्थ क्षेत्रों में यह असर साफ देखा जाता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर: पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों का सीधा प्रभाव पड़ता है। जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो देश में भी ईंधन महंगा हो जाता है। इस कारण पेट्रोल और डीजल के भाव अक्सर ऊपर-नीचे होते रहते हैं। दक्षिण और उत्तर-पूर्वी राज्यों में ज्यादा कीमतें: अमूमन देखा जाता है कि दक्षिण भारत के राज्यों जैसे केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अधिक होती हैं। इसके अलावा, कुछ उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी ईंधन महंगा मिलता है। सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल कहां?: देश में सबसे महंगा पेट्रोल आंध्र प्रदेश में मिलता है, जहां पेट्रोल की कीमत 108.46 रुपये प्रति लीटर है। डीजल की कीमत भी यहां 96.33 रुपये प्रति लीटर है। इसके बाद तेलंगाना, केरल, मध्य प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में भी ईंधन की कीमतें काफी ज्यादा हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में विभिन्न कारक शामिल होते हैं, जैसे राज्य सरकार का वैट, केंद्र सरकार का उत्पाद शुल्क, परिवहन लागत और अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर। यही कारण है कि हर राज्य में ईंधन की कीमतें अलग-अलग होती हैं और कुछ राज्यों में यह अधिक महंगी होती है। 'शीतकालीन सत्र में इसे ठीक कर देंगे..', वक़्फ़ कानून पर अमित शाह का बड़ा ऐलान 'मोदी को हटाने तक मैं नहीं मरूंगा..', खड़गे के बयान पर क्या बोले अमित शाह? 'अमित शाह मुझे खत्म करना चाहते हैं', ऐसा क्यों बोले उद्धव ठाकरे?