रमज़ान का महीना खत्म होने में कुछ ही दिन बचे हैं. रमज़ान एक पाक महीना होता है और इस महीने में सब कुछ छोड़कर लोग केवल खुदा कि इबादत करते हैं. यह महीना खुदा की इबादत का महीना होता है और इस महीने में खुदा की इबादत के अलावा कुछ और नहीं किया जाता है. मुसलमानो के लिए यह महीना बहुत ही पाक होता है और इस महीने में किसी भी प्रकार की बुरी चींजो को सुना भी नहीं जाता है और देखना तो बहुत दूर की बात है. आपको बता दें कि इस महीने में अगर महिलाएं माहवारी की समस्या से ग्रसित हो जाती है तो वह रोज़े नहीं रख सकती है. जी हाँ और इस बात का जिक्र वह अपने घर के पुरुषों से भी नहीं कर सकती हैं. माहवारी के दौरान महिलाएं अपने घर के पुरुषों को इस बारे में भनक तक नहीं लगने दे सकती. कहा जाता है कि माहवारी के दौरान लडकियां अपने घर के पुरुषों के सामने कुछ खा नहीं सकती और ना ही उन्हें अपने माहवारी में होने कि बात का पता लगने दे सकती हैं. माहवारी के दौरान अगर महिलाएं किसी पुरुष के घर में आते समय कुछ खा रही होती हैं तो वह उसे छोड़ देती हैं यहाँ तक कि पानी भी नहीं पीती हैं वह किसी पुरुष के सामने. कहा जाता है ऐसा एक परम्परा के अनुसार होता है जो सदियों से चली आ रही हैं. पाकिस्तान की फायरिंग में दो जवान शहीद रमज़ान : दान-पुण्य से सफल हो जाते हैं रोज़े रोजे के बाद और पहले ये खाए, रहेंगे स्वस्थ