यह बात तो हम सभी जानते ही होंगे की विश्व स्‍वास्‍थ्‍य दिवस क्यों मनाया जाता है. क्युंकि हर एक व्यक्ति अपने स्वास्थ्य का ख़ास ख्याल रखे और अपनी सेहत से जुड़ी छोटी और बड़ी बीमारी का तुरंत इलाज़ भी करवाए . वहीं WHO ने अपने स्‍थापना दिवस यानी कि 7 अप्रैल 1950 से विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य दिवस मनाने की शुरुआत की थी. स्वास्थ्य के मुद्दों और समस्याओं के प्रति जागरुकता बढ़ाने के मकसद से WHO के नेतृत्‍व में हर साल दुनिया भर में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इसके लिए एक खास विषय यानी कि थीम का चुनाव किया जाता है. साल 1995 में इसकी थीम थी वैश्विक पोलियो उन्मूलन. तब से अब तक इस घातक बीमारी से ज्यादातर देश मुक्त हो चुके हैं, जबकि बाकि देशों में जागरुकता का स्‍तर बड़ा है. WHO क्‍या है?: विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (World Health Organization) यानी कि WHO की स्‍थापना 7 अप्रैल 1948 को की गई थी. यह संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ की एक इकाई है. कुल 194 देश इसके सदस्‍य हैं. इसका मकसद दुनिया के लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य का स्‍तर ऊंचा करना है. WHO का मुख्‍यालय जेनेवा में है. विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य दिवस कैसे मनाते हैं?: विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य दिवस के मौके पर तमाम स्‍वास्‍थ्‍य संगठनों समेत सरकारी, गैर-सरकारी संस्‍थाएं और एनजीओ कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं. इस दिन विशेष हेल्‍थ कैंप लगाए जाते हैं. इसके साथ ही स्‍वास्‍थ्‍य के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए नुक्‍कड़ नाटकों का आयोजन भी होता है और साथ ही कला प्रदर्शनी भी लगाई जाती है. स्‍कूल-कॉलेजों में निबंध और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं भी होती हैं. कोरोना वायरस ने इस तरह प्रकृति को पहुंचाया फायदा संयुक्त राष्ट्र : इस खौफनाक मामले को लेकर एक साथ आए 188 देश हजारों मौतों के बाद भी इस देश के लोगों को नही है कोरोना का खौफ