भारतीय ग्रैंडमास्टर कोनेरू हंपी का अंतिम तीन दौर में हार के कारण विश्व महिला रैपिड एवं ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप में दूसरा खिताब जीतने का सपना टूट गया. दो दिन तक चली ब्लिट्ज प्रतियोगिता के आखिर में उन्हें 12वें स्थान से ही संतोष करना पड़ा हैं. रूस की कैटरीना लागनो और नार्वे के मैगनस कार्लसन ने क्रमश: महिला एवं पुरुष ब्लिट्ज चैंपियनशिप में अपना खिताब बरकरार रखा. शनिवार को चीन की ली टिंगजी के खिलाफ आर्मेगेडोन बाजी ड्रॉ कराकर विश्व महिला रैपिड शतरंज चैंपियनशिप जीतने वाली हंपी पहले दिन नौ दौर के बाद सात अंक लेकर दूसरे स्थान पर चल रही थी. लेकिन यह 32 वर्षीय खिलाड़ी अपनी लय बरकरार नहीं रख पाई और आखिर में 17 बाजियों में 10.5 अंक ही बना पाई. हंपी ने ब्लिट्ज प्रतियोगिता के दूसरे दिन की शुरुआत पहली दो बाजियों में जीत दर्ज करके की. इसके बाद उन्होंने दो ड्रॉ खेले और 13वें दौर के बाद वह लागनो के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर थी. हंपी और लागनो के 13वें दौर के बाद समान दस अंक थे. इसके बाद 14वें दौर में भारतीय खिलाड़ी ने रूस की अलिसा गैलियामोवा के खिलाफ बाजी ड्रॉ खेली और वह दूसरे स्थान पर खिसक गई. बता दे की मां बनने के कारण 2016 से 2018 तक खेल से बाहर रहने वाली हंपी ने आखिरी तीनों बाजियां गंवाई और खिताब की दौड़ से बाहर हो गई. एक अन्य भारतीय हरिका द्रोणवल्ली महिला ब्लिट्ज प्रतियोगिता में 25वें स्थान पर रहीं. लागनो ने संभावित 17 में से 13 अंक बनाकर खिताब जीता. उक्रेन की अन्ना मुजीचुक 12.5 अंक लेकर दूसरे स्थान पर रही. नव वर्ष के प्रथम माह में ही मिलेगा क्रिकेट का भरपूर रोमांच, इस महीने टीम इंडिया खेलेगी 7 मैच इस दशक में विराट थे शतक के शिखर पर, स्टीव स्मिथ को दिया पछाड़ IPL 2020: 29 मार्च को वानखेड़े मैदान से होगी शुरुआत, चेन्नई और मुंबई में होगा पहला मुकाबला