भारतीय ऐप प्लेटफॉर्म कू कुछ दिनों से सुर्खियां बना रहा है। माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म भी अपने यूजर्स का डेटा लीक करने के लिए इंटरनेट पर राउंड कर रहा है। अब ऐप ने आधिकारिक बयान जारी कर स्पष्ट किया है कि दिखने वाला डाटा यूजर्स द्वारा स्वेच्छा से दिखाया जाता है और इसे डाटा लीक नहीं कहा जा सकता। यह एथिकल हैकर इलियट एल्डरसन द्वारा साझा किए गए स्क्रीनशॉट के संदर्भ में है जिन्होंने हाल ही में दावा किया था कि भारतीय माइक्रो ब्लॉगिंग साइट अपने उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी जैसे जन्म तिथि, वैवाहिक स्थिति, ई-मेल आईडी, नाम और लिंग लीक कर रही है। कू के संस्थापक अप्रेया राधाकृष्ण ने कू के डेटा लीक विवाद के बीच हवा साफ करने के लिए ट्विटर पर ले लिया। उन्होंने कहा, दिखाई देने वाला डेटा कुछ ऐसा है जिसे यूजर ने स्वेच्छा से कू के प्रोफाइल पर दिखाया है। इसे डाटा लीक नहीं कहा जा सकता। यदि आप किसी उपयोगकर्ता प्रोफ़ाइल पर जाते हैं तो आप इसे वैसे भी देख सकते हैं। कू के 95% उपयोगकर्ता अपने मोबाइल फोन नंबर के माध्यम से लॉग इन करते हैं। भारत के भाषा समुदाय लॉग इन करने के लिए ईमेल का उपयोग नहीं करते हैं और इसलिए कंपनी की प्राथमिकता नहीं थी। ईमेल लॉगिन हाल ही में पेश किया गया था। अब जब कि चिंताओं को उठाया गया है यह पहले से ही देखने से अवरुद्ध किया गया है। फ्रांस के सुरक्षा शोधकर्ता ने किया बड़ा खुलासा, कहा- 'Koo' ऐप कर रहा है अपने यूजर्स का पर्सनल डाटा लीक Poco M3 भारत में हुआ लॉन्च, जानिए क्या है कीमत नोकिया 5.4, नोकिया 3.4 और नोकिया पावर इयरबड्स लाइट भारत में हुए लॉन्च