जम्मू: कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति (केपीएसएस) ने इस साल के दशहरा उत्सव के दौरान घाटी को एकता और सांप्रदायिक सद्भाव के अनोखे रंगों से रोशन किया। इस उत्साहपूर्ण उत्सव के बीच, केपीएसएस के अध्यक्ष संजय टिक्कू ने दहन करने के हेतू रावण का पुतला और निर्बाध रसद सहायता प्रदान करने में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए पुनित बालन के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया, जिसने इस कार्यक्रम को अभूतपूर्व भव्यता प्रदान की। टिक्कू ने स्थानिक प्रशासन को भी धन्यवाद दिया; उत्सव के निर्बाध निष्पादन को सुनिश्चित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए, उनके अटूट समर्पण और दृढ़ सहायता के लिए स्थानीय प्रशासन की हार्दिक सराहना की। सहयोगात्मक प्रयास ने कश्मीर की विविधता के वास्तविक सार को उजागर किया, क्योंकि विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं और नागरिक समाज पृष्ठभूमि के लोग जश्न में एकजुट हुए। उनकी सामूहिक भावना ने इस क्षेत्र को शांति और समावेशिता की आभा से रोशन कर दिया। बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक दशहरा, कश्मीर में सामाजिक चुनौतियों की पृष्ठभूमि में गहरा महत्व रखता है। यह प्रतिकूल परिस्थितियों पर काबू पाने के लिए आवश्यक सामंजस्य और सामूहिक भावना की एक मार्मिक याद दिलाता है, जो सामाजिक संघर्षों के बीच आशा और एकता की झलक पेश करता है। इस कार्यक्रम में कश्मीरी पंडितों और मुसलमानों के बीच सौहार्दपूर्ण सौजन्य भी देखा गया, जो धार्मिक सीमाओं से परे दोस्ती और एकजुटता के स्थायी बंधन को प्रदर्शित करता है। यह सामंजस्य तथा मित्रता आपसी सम्मान और समझ के मूल मूल्यों की पुष्टि करती है, जो कश्मीर की समृद्ध सांस्कृतिक टेपेस्ट्री की नींव के रूप में कार्य करते है। दशहरा का सफल उत्सव, जिसे पुनित बालन ने उदारतापूर्वक समर्थन दिया और स्थानीय समुदाय ने इसे पूरे दिल से अपनाया, कश्मीर घाटी में व्याप्त एकता के प्रमाण के रूप में खड़ा है। इस तरह की सहयोगी पहल क्षेत्र की विविध आबादी के बीच सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने तथा आपसी सम्मान और सहयोग के महत्व को रेखांकित करती है। '5 साल में 15 दिन के लिए आता है...', एक्टर से नेता बने विक्रम मस्ताल पर CM शिवराज ने बोला हमला किसने छीना गरीबों का निवाला ? बंगाल राशन घोटाला मामले में सीएम ममता के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक गिरफ्तार 'राम भारत के इतिहास का हिस्सा नहीं..', पीएम मोदी को मिले अयोध्या के आमंत्रण पर DMK नेता के विवादित बोल