नई दिल्ली : ज्योतिषियों ने कल गुरूवार को ही जन्माष्टमी का त्योहार मनाना श्रेयस्कर बताया है। ज्योतिषियों का कहना है कि वैसे तो आज बुधवार की रात करीब 10 बजे से ही अष्टमी तिथि लग जायेगी लेकिन शास्त्रोक्त रूप से कल गुरूवार को ही जन्माष्टमी का त्योहार मनाना चाहिये। इसके अलावा ज्योतिषियों ने शुभ मुर्हूत में भगवान कृष्ण का जन्म करने का भी विधान बताया है। ज्योतिषियों के अनुसार जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाने और व्रत आदि करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। गुरूवार रात 12 बजे से लेकर 12.45 बजे तक कृष्ण का जन्म करने का शुभ मुर्हूत है। गौरतलब है कि जन्माष्टमी का त्योहार देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है और इस अवसर पर श्रद्धालुओं द्वारा पूजन अर्चन के साथ ही व्रत रखा जाता है। शास्त्रों भगवान श्रीकृष्ण के जन्म और उनकी लीलाओं का उल्लेख विस्तार से मिलता है। शास्त्रोक्त मान्यता है कि भादौ मास की अष्टमी के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था। भगवान श्रीकृष्ण को विष्णु भगवान का आठवां अवतार माना जाता है। इस बार की अष्टमी को भगवान का 524 वां जन्मोत्सव मनाया जायेगा। शास्त्रों में भगवान कृष्ण के विभिन्न मंत्र दिये हुये है, जिनका मंत्रोच्चार करने का भी विधान जन्माष्टमी के दिन बताया गया है। कहा गया है कि यदि जानकारों की सलाह से मंत्र का जाप किया जाये तो उसका तुरंत ही फल प्रापत होता है। उत्साह और उमंग से मनेगी जन्माष्टमी, दही-हांडी को लेकर राजनीति शुरू