रोज पढ़ना चाहिए गीता, होते हैं चौकाने वाले फायदे

हर साल मनाई जाने वाली जन्माष्टमी इस साल 18 और 19 अगस्त को मनाई जा रही है। ऐसे में जीवन में कई बार हमें समझ नहीं आता है कि हम क्या करें और क्या न करें? जी हाँ और कभी कभी बेवजह की चीज़ों के चलते हमारा मन भी अशांत रहता है। हालाँकि ऐसे में हमें भगवत गीता को पढ़ना चाहिए। जी दरअसल यह केवल एक किताब नहीं है बल्कि इस गीता में हमारी हर समस्या का हल भी है। जी दरअसल हिंदू धर्म में इसका काफी महत्व है और इसका रोजाना अध्ययन करने से आपके जीवन काफी बदलाव आने शुरू हो जाएंगे। जी दरअसल गीता का ज्ञान भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान में अर्जुन को दिया था। गीता का संदेश भगवान श्रीकृष्ण के मुख से निकला हुआ अमृत समान शब्द है और इसमें जीवन में आने वाली समस्याओं से कैसे लड़ना है उसका भी ज्ञान मौजूद है। अब हम आपको बताते हैं भगवतगीता पाठ करने के फायदों के बारे में। 

लालच और मोह माया से बनेगी दूरी- गीता का अध्ययन करने से व्यक्ति धीरे-धीरे क्रोध,लालच और मोह माया के बंधनों से मुक्त हो जाता है। ऐसे में कोई भी बंद उस व्यक्ति को रोक नहीं पाता है।

अशांत मन होता है शांत- कई बार हम अशांत मन के चलते अपना ही नुकसान कर बैठते हैं तो ऐसे में जो व्यक्ति गीता पढ़ता है उसका मन शांत रहता है। इसी के साथ उसे बेवजह किसी भी बात पर क्रोध नहीं आता है।

मन की डोर आपके वश में रहती है- जो रोज गीता पढ़ता है वह अपने मन पर काबू पा लेता है। इसी के साथ इस तरह के व्यक्ति अपने मन को गलत दिशा में जाने से रोक लेते हैं। 

सच ओर झूठ का सही ज्ञान- गीता पढ़ने वाले व्यक्ति को सच और झूठ, ईश्वर और जीव का ज्ञान हो जाता है। इसी के साथ उसे अच्छे और बुरे की समझ आ जाती है।

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