नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के नेता और लोकप्रिय कवि डाॅ. कुमार विश्वास भी गधों के सियासी कहकहे में शामिल हो गए हैं। जी हां, गधों को लेकर इन दिनों जमकर बयानबाजी हो रही है ऐसे में डाॅ. कुमार विश्वास कैसे खामोश रहते। उन्होंने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है जिसमें वे गधों को लेकर चर्चा कर रहे हैं। वीडियो में उन्होंने कहा है कि ये फाल्गुन का महीना है और लोकतंत्र का महापर्व चुनाव चल रहा है। मगर वैशाख नंदन गधा इस समय अनायास प्रसंग में है चर्चा में बना है. उन्होंने कहा कि हास्य कवि सम्मेलन में सुनाई गई कविताऐं याद आ गईं जो कि लोकप्रिय कवि स्व. ओम प्रकाश आदित्य ने सुनाई थी। उन्होंने कहा कि यह कविता आज भी प्रासंगिक है इसके बाद वे ओमप्रकाश आदित्य की कविता सुनाने लगते हैं। डाॅ. कुमार विश्वास ने इसे ट्विटर हैंडलर पर भी शेयर किया है। कविता में कहा गया है - इधर भी गधे हैं, उधर भी गधे हैं। जिधर देखता हूं गधे ही गधे हैं।। गधे हंस रहे, आदमी रो रहा है हिन्दोस्तां में ये क्या हो रहा है।। जवानी का अलाम गधों के लिए है ये रसिया ये बालम गधों के लिए है इस तरह की कविता को डाॅ. कुमार विश्वास ने वीडियो के माध्यम से पोस्ट किया है। PM करते हैं शमशान कब्रिस्तान की बात, मगर हम लैपटाॅपर स्मार्ट फोन की बात करते हैं BJP सरकार बनी तो सांसद डिंपल यादव की सुरक्षा का रखा जाएगा ध्यान Election Commision ने कहा, नेता करें भड़काऊ भाषण से परहेज