कर्नाटक चुनाव में आज जेडीएस और कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार शाम को शपथ लेगी, जिसमें मुख्यमंत्री के तौर पर जेडीएस के कुमारस्वामी शपथ लेंगे. इस शपथ ग्रहण समारोह को विपक्ष के लिए एक बड़ी जीत के तौर पर माना जा रहा है, जिसमें विपक्ष के तमाम बड़े चेहरे एक साथ मंच शेयर करेंगे जिसे 2019 लोकसभा से पहले ऐतिहासिक माना जा रहा है. वहीं कुछ लोग इसे 1984 में एनटी रामाराव के शपथ समारोह की तरह भी देख रहा है. बता दें, 1984 में आंध्रप्रदेश के एनटी रामाराव की सरकार बनी थी, उस वक़्त भी ऐसा ही माहौल देखने को मिला था जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी.एनटी रामाराव के शपथ ग्रहण समारोह में पूरा विपक्ष एकजुट दिखाई दिया था जिसमें क्षेत्रीय दलों की एकता दिखाई दी थी जो कांग्रेस के खिलाफ थी, वहीं से कांग्रेस के खिलाफ हवा चलने लगी थी जिसका फायदा अगले चुनाव में भी दिखाई दिया था. एनटी रामाराव के शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी, जनता परिवार के बड़े नेता, लेफ्ट के बड़े नेता, और क्षेत्रीय पार्टियों के प्रतिनिधि भी देखे गए थे. आज होने वाली कुमारस्वामी की शपथ भी कुछ ऐसा ही इशारा कर रही है जिसमें विपक्ष के सभी बड़े नेता 2019 लोकसभा चुनाव से पहले एक साथ मंच शेयर करेंगे. कुमारस्वामी के करीबी तेलंगाना मुख्यमंत्री इस वजह से शेयर नहीं करेंगे मंच कुमारस्वामी लेंगे शपथ, बीजेपी मनाएगी जनमत विरोधी दिवस कर्नाटक: उप मुख्यमंत्री और 22 मंत्री कांग्रेस के