अखाड़ों के आगमन के साथ हुआ प्रयागराज कुंभ का आगाज़

प्रयागराज : जूना और अग्नि के बाद गुरूवार को पंचदशनाम आवाहन अखाड़े की पेशवाई धूमधाम से निकली जा रही है। नैनी स्थित मड़ौका से खिचड़ी प्रसाद के बाद बैंडबाजा और हाथी, घोड़े, ऊंट तथा नागा संन्यासियों की टोली के साथ पेशवाई सुबह साढ़े दस बजे मुख्यालय से शुरू हो गयी है। पेशवाई नए यमुना पुल से बैरहना और यहां से परेड मैदान, कुंभ मेला दफ्तर के सामने से पांटून पुल होते हुए सेक्टर सोलह स्थित अखाड़े की छावनी में प्रवेश करेगी।

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ये संत शामिल है अखाड़े में 

जानकारी के मुताबिक अखाड़े के इष्टदेव सिद्ध गणेश भगवान, देवता सूर्यप्रकाश की अगुवाई में तकरीबन तीन दर्जन से ज्यादा सुसज्जित रथों पर महामंडलेश्वर, श्रीमहंत चल रहे हैं। इसमें मुख्य संरक्षक नीलकंठ गिरि जी सहित महामंडलेश्वर कृष्णानंद पुरी, करुणानंद गिरि, बाल योगेश्वरानंद गिरि, रमतापंच के श्रीमहंत अवधूत गिरि, श्रीमहंत अमरीश भारती, श्रीमहंत रसराज पुरी,श्रीमहंत सोमगिरि, श्रीमहंत कैलाशपुरी, श्रीमहंत पूनम गिरि, श्रीमहंत प्रयागभारती,श्रीमहंत थानापति भानगिरि, श्रीमहंत थानापति मनोहर गिरि सहित बड़ी संख्या में संत, संन्यासी शामिल हैं।

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चार जनवरी को लहराएगी धर्मध्वजा

प्राप्त जानकारी अनुसार श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा की धर्मध्वजा चार जनवरी को लहराएगी जबकि पेशवाई दस जनवरी को निकलेगी। अखाड़े के मुखिया कि माने तो पेशवाई मुंशीराम की बगिया मुट्ठीगंज स्थित अखाड़े से धूमधाम से निकाली जाएगी। इसमें कई हाथी, घोड़ों के अलावा प्रदेश के विभिन्न जिलों के बैंडबाजे भी शामिल होंगे।

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