हर किसी की कुंडली में कुछ शुभ ग्रह होते हैं, कुछ अशुभ तो कुछ ग्रह होते हैं मारक. इसके अलावा जब मारक ग्रहों की दशा होती है तब व्यक्ति का जीवन संघर्ष से भर जाता है और शुभ ग्रह के प्रभाव भी कमजोर पड़ने लगते हैं. ग्रहों की मारक दशा के बारे में कहा जाता है कि वो मौत के मुंह तक ले जाते हैं. इसके अलावा कभी-कभी तो सही समय पर समाधान ना होने पर व्यक्ति पर जीवन का संकट ही हो जाता है.इसके साथ ही पर ज्योतिष एक ऐसी विद्या है वही जिसमें ग्रहों की हर चाल को विफल करने के सटीक समाधान मौजूद हैं. वही ग्रहों की मारक दशा को दूर करने के लिए कुछ खास उपाय किए जा सकते हैं. मंगल की मारक दशा को कैसे दें मात? - मंगलवार का व्रत रखें. - मंगलवार को हनुमान जी को सिन्दूर चढ़ाएं. - नित्य प्रातः और सायं "राम रक्षा स्तोत्र" का पाठ करें. - रात्रि में सोने के पहले महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें. बुध की मारक दशा को कैसे दें मात? - गणेश जी की उपासना करें. - बुधवार को हरी वस्तुओं का दान करें. - "ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः" का 108 बार जाप करें. बृहस्पति की मारक दशा को कैसे दें मात? - बृहस्पतिवार का व्रत रक्खें - सोना और पीली चीज़ों से परहेज करें - बृहस्पतिवार को चने की दाल का दान करें - प्रातः विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें - सायं महामृत्युंजय मंत्र की तीन माला का जाप करें शुक्र की मारक दशा को कैसे दें मात? - शुक्रवार को शिवलिंग पर इत्र और जल अर्पित करें - शुक्रवार के दिन सफ़ेद मिठाई का दान करें - हीरा भूलकर भी धारण न करें - नित्य प्रातः और सायं 108 बार महामृत्युंजय मन्त्र का जाप करें शनि की मारक दशा को कैसे दें मात? - नित्य प्रातः सूर्य को जल चढ़ाएं - सूर्य के सामने हनुमान चालीसा पढ़ें - हर शनिवार को छाया दान करें - हर शनिवार अपने सर से वारकर पशु को रोटी खिलाएं - परामर्श लेकर मूंगा धारण करें - सुबह और शाम तीन - तीन माला महामृत्युंजय मन्त्र का जाप करें -अगर शनि का रत्न बिना सोचे समझे पहन लिया जाय तो कभी कभी बिना कारण इसके प्रभाव मारक हो जाते हैं. महाशिवरात्रि 2020: भूलकर भी शिवरात्रि पर शिव और गणेश को न चढ़ाएं यह चीज, हो सकता है अपशगुन हवन या यज्ञ के अग्निकुंड में आहुति देते वक्त इसलिए कहा जाता है स्वाहा भारत में है ऐसा मंदिर जंहा हनुमान जी विराजमान है अपनी पत्नी के साथ, जानिए कहा है वह जगह