इस्लामाबाद: भारत के साथ व्यापर पर रोक लगाना पाकिस्तान को बहुत भारी पड़ रहा है। पाकिस्तान की सरकार का यह निर्णय वहां के आम लोगों की जेब पर भारी पड़ रहा है। पाकिस्तान को कॉटन के आयात के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है क्योंकि वह भारत से सस्ता कॉटन नहीं खरीद रहा है। पाकिस्तान को दवाइयों और चिकित्सा उपकरणों की भी भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तानी मीडिया द न्यूज की एक रिपोर्ट में बीते महीने इस बात की आशंका जाहिर की गई थी कि कॉटन के उत्पादन में गिरावट की वजह से पाकिस्तान को घरेलू खपत की जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशों से महंगा कॉटन इम्पोर्ट करना पड़ सकता है। रिपोर्ट में पाकिस्तान कॉटन जिनर्स असोसिएशन (PCGA) के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए उत्पादन में 26.54 फीसदी की गिरावट की आशंका जाहिर की गई थी। पाकिस्तान में इस वर्ष कॉटन का उत्पादन कम हुआ है, किन्तु भारत में कॉटन का उत्पादन इस साल पिछले साल से अधिक है। कॉटन असोसिएशन ऑफ इंडिया के ताजा अनुमान के मुताबिक, भारत में इस वर्ष कॉटन का उत्पादन 354 लाख गांठ रह सकता है जबकि पिछले वर्ष देश में कॉटन का उत्पादन 312 लाख गांठ था। ऑस्ट्रेलिया में भड़की आग के पीछे भारतीय मानसून जिम्मेदार, हैरान कर देगी वजह पटरी बदलते समय दो ट्रेनों में भीषण टक्कर, 15 यात्रियों की मौत, 50 से अधिक घायल दुनिया का सबसे अनोखा पेंटर, पेंटिंग ऐसी जो उड़ा दें लोगों के होश