हम 21 वीं सदी में जी रहे है. एक ऐसी सदी जहाँ पूरा विश्व विभिन्न प्रकार के भेदभाव को भुलाकर निरंतर विकास की ओर बढ़ रहा है. इस सदी में लोग खुद के विकास के सदी कोशिश कर रहे है, मानव की जिंदगी को किस तरह से सुधारा जाए लेकिन हमारे भारत में आज भी जातिवाद ओर रंगभेद से कुछ ऐसी चीजें सामने आ रही है जो देश के लिए बेहद ही शर्मनाक है. हम बात कर रहे है छत्तीसगढ़ के एक स्कूल के बारे में. जहाँ तीन महिला शिक्षकों को सिर्फ इसलिए निकाल दिया क्योंकि वो दिखने में खूबसूरत नहीं थी. छत्तीसगढ़ के राजनादगांव जिले के मानपुर इलाके में संचालित सरस्वती शिशु मंदिर की तीन महिला शिक्षकों को सिर्फ इसलिए निकाल दिया क्योंकि वो दिखने में खूबसूरत नहीं थी. वहीं इन्हें निकाल दिए जाने के कारण के तौर यह भी बताया गया कि यह महिलाऐं आदिवासी है. वहीं माना जा रहा है इन तीन महिला शिक्षकों के साथ मैनेजमेंट की नजर उन बाकी के शिक्षकों पर भी है जो आदिवासी है. ये तीन शिक्षिका स्कूल से पिछले महीने ही निकाली गई हैं जिसकी शिकायत उन्होंने कलेक्टर से करते हुए मामले की जांच कर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है. मीडिया रिपोर्टों की मानें तो स्कूल से निकाली गई शिक्षकों को स्कूल प्रबंधन ने बिना नोटिस के नौकरी से निकाला है साथ ही उनसे अभद्र व्यवहार किया है. इस तरह की घटनाएं न सिर्फ शर्मनाक है बल्कि इन घटनाओं से हमारा भारत की विविधता में एकता वाली छवि भी धूमिल होती है. इस अंक के पीछे छुपा है गहरा रहस्य इन बहनों की एक करवट बन जाती है जानलेवा इंग्लैंड भारत के मैच में स्टेडियम में ही इस जोड़े ने कर ली सगाई