राष्ट्रमंडल खेल गोल्ड मेडल विजेता और पिछली बार के फाइनलिस्ट लक्ष्य सेन मंगलवार से शुरू हो रहे जर्मन ओपन सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट में इंडियन चुनौती की अगुवाई करने वाले है। पूर्व विश्व नंबर एक किदांबी श्रीकांत के टूर्नामेंट से नाम वापस लेने के उपरांत लक्ष्य और वर्तमान राष्ट्रीय चैंपियन मिथुन मंजूनाथ टूर्नामेंट में भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी होने वाले है। पिछले जर्मन ओपन में रजत पदक से संतोष करने वाले लक्ष्य इस बार सोना हासिल करना चाह रहे है। पहले चरण में 21 वर्षीय लक्ष्य का सामना फ्रांस के क्रिस्टो पोपोव के साथ होने वाला है। अगर वह शुरुआती बाधाओं को पार कर लेते हैं तो क्वाटर्रफाइनल में उनका सामना मलेशिया के शीर्ष रैकिंग प्राप्त ली ज़ी जिया से हो सकता है। हाल ही में राष्ट्रीय चैंपियन का ताज अपने सिर सजाने वाले मंजूनाथ पहले चरण में पूर्व वर्ल्ड चैंपियन लोह कीन यू से भिड़ने वाले है। मंजूनाथ के सामने पहले ही चरण में कड़ी चुनौती होने वाली है, हालांकि वह अपनी पहली राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीतने के उपरांत आत्मविश्वास से लबरेज होने वाले है। मालविका बंसोड़ और साइना नेहवाल महिला एकल ड्रॉ में हैं, जबकि अश्विनी पोनप्पा और सुमित रेड्डी मिश्रित युगल में भारतीय चुनौती पेश करने वाले है। यह बात तो हम सभी जानते है कि हम सभी नव वर्ष में प्रवेश कर चुके है, इस सिलसिले की शुरुआत 20 मार्च को ऑल इंग्लैंड ओपन में लक्ष्य सेन के सिल्वर मैडल जीतने के साथ हुई। उत्तराखंड से आने वाले 20 साल बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य भले ही अपने पहले सुपर 1000 फाइनल में टोक्यो ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सलसन से हार चुके है, लेकिन वह 21 वर्ष के उपरांत ऑल इंग्लैंड ओपन चैंपियनशिप में चांदी जीतने वाले पहले इंडियन खिलाड़ी भी बने। लक्ष्य और इंडियन बैडमिंटन का सफर यहीं नहीं रुका और इंडिया की पुरुष टीम ने थॉमस कप में ऐतिहासिक जीत भी हासिल की है। फाइनल में लक्ष्य के अलावा किदांबी श्रीकांत और चिराग शेट्टी-सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की जोड़ी ने भी शानदार प्रदर्शन किया और भारत को 73 वर्ष में पहली बार यह टूर्नामेंट भी जीता दिया है। इस इस्लामी मुल्क की यूनिवर्सिटीज में पढ़ाया जाएगा योग, कहा- ये शरीर और मन दोनों के लिए उत्तम हॉकी हरियाणा बना जूनियर हॉकी का नया बादशाह सेना में भर्ती होने का सपना देखने वाले अक्षदीप सिंह ने किया कमाल, देश में बनाई अलग पहचान