पटना: राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने गुजरात में हो रही सामाजिक क्रांति को अपना पुरजोर समर्थन देते हुए कहा है कि गौमाता के नाम पर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों का सामाजिक व आर्थिक बहिष्कार किया जाना चाहिए। उनका कहना है कि जो लोग जीवन भर कभी गाय के पास तक नहीं गए वो आज दूसरों को गो रक्षा सिखा रहे है। आगे राजद प्रमुख ने कहा कि बिहार चुनाव के दौरान गाय के नाम पर जनता को संबोधित करते हुए विज्ञापन निकाला गया, जिससे गो माता को इतना बुरा लगा कि उनको सींगो से उठाकर ऐसा पटका कि अब तक होश नहीं है। बिहार की जनता ने इनका जो हश्र किया वो सभी जानते है। जो व्यक्ति, पार्टी और सरकार इंसान की महत्वता को नहीं जानता वो जानवरों की क्या जानेगा। चाहे इंसान मरे या जानवर ये घिनौना खेल खेलेंगे। दूसरी ओर सीएम नीतीश ने गउजरात के ऊना में दलित युवकों की पिटाई की कड़ी निंदा की। उन्होने घटना की सीबीआई जांच की मांग की। सीएम ने इस घटना के लिए राज्य की सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इससे सरकार की जातिवादी मानसिकता उजागर होती है। इस घटना से गुजरात में सुशासन की कलई खुलती दिख रही है। उधर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ का कहना है कि बीजेपी शासित राज्यों में लगातार दलितों पर अत्याचार हो रहे है।