बिहार में अशोक चौधरी कि जगह कोबब कादरी को आनन-फानन में कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. सोनिया गाँधी रंजीता रंजन ,जो कि संसद पप्पू यादव की पत्नी है, को पद पर बैठना चाहती थी. रंजीता संसद क़े अंदर और बाहर बीजेपी क़े खिलाफ बोलती रहती है. इसी बीच लालू यादव ने कहाँ कि वो इस पद पर अपना आदमी नहीं चाहते. लालू क़े अनुसार इस पद पर किसी मुस्लिम नेता या अन्य पिछड़े वर्ग क़े व्यक्ति को बैठाया जाना चाहिए था. जहां तक झारखंड का सवाल है तो वहां कांग्रेस ने डा. अजय कुमार को अध्यक्ष बना दिया है. अब यह देखना है कि क्या राहुल गांधी बिहार में पार्टी का अध्यक्ष राजद नेता लालू के चहेते को बनाते हैं या अपनी पसंद के नेता को. लालू की इस बयान को कांग्रेस पार्टी बड़ी गंभीरता से ले रही है. राहुल गाँधी के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस की रणनीतियों में कई बदलाव आने के आसार है, जिसके चलते राज्यों के अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कौन होगा, इस पर पार्टी गहन विचार कर सकती है. राहुल से पार्टी कार्यकर्ताओ को बड़ी उम्मीदे है. मौजूदा हालात से पार्टी को निकालने की बड़ी ज़िम्मेदारी अब राहुल के कंधो पर है. यहाँ क्लिक करे नितीश का लालू को जवाब क्या था लालु के बंद लिफाफे में ? मोदी के बेटे की शादी में लालू और नितीश पास-पास लालू-नितीश युद्ध में एक और नेता शामिल