पटना। राष्ट्रपति चुनाव में महागठबंधन के नेताओं द्वारा अलग अलग कैंडिडेट को समर्थन देने की बात विवादों में घिरती नज़र आ रही है। इस मामले में कई नेताओं ने विरोधी बयान दिए हैं। इन बातों से महागठबंधन के प्रमुख दलों जेडीयू और आरजेडी के नेताओं में खिन्नता है। जहां राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नेताओं से इस तरह की बयानबाजी न करने की बात कह चुके हैं वहीं जदयू के नेताओं ने राजद के प्रमुख नेताओं से नेताओं की बयानबाजी पर लगाम लगाने के लिए कहा है। लालू प्रसाद यादव ने कहा कि सभी संभलकर बयान दें सभी पर मेरी नज़र है। उन्होंने डेमेज कंट्रोल संभाला और पार्टी के प्रवक्ताओं को निर्देश दिए। जी हां, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने पार्टी के नेताओं के बयान से महागठबंधन को लेकर भ्रम के हालात दूर करने की जवाबदारी सौंपी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ राजद नेताओं जैसे पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह और विधायक भाई वीरेन्द्र की ओछी टिप्पणी पर जदयू के वरिष्ठ नेताओं ने आपत्ती ली। दरअसल राष्ट्रपति चुनाव में जदयू द्वारा एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन दिए जाने के बाद राजद नेताओं रघुवंश प्रसाद सिंह और विधायक भाई वीरेन्द्र ने बयानबाजी शुरू कर दी थी। शनिवार को भाई वीरेन्द्र ने जदयू और इसके आला नेता पर ओछी टिप्पणी तक कर डाली। जदयू ने रविवार को इस पर आपत्ती ली। जदयू के नेता ने कहा कि हमारी पार्टी ने चूड़ी नहीं पहनी है। मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह की टिप्पणियां न करें। लालू इफ्तार पार्टी में शामिल होंगे नितीश, हो सकती है मीरा कुमार के समर्थन पर चर्चा लालू ने कहा- समर्थन पर नितीश ने नहीं किया पुनर्विचार तो होगी ऐतिहासिक भूल मीरा vs कोविंद : राष्ट्रपति चुनाव में धुरी बना बिहार