पटना: राजद अध्यक्ष और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव भले ही जेल में हैं और गत 40 सालों में पहली दफा वे इस लोकसभा चुनाव के प्रचार में भी शामिल नही हो पा रहे हों, किन्तु बिहार में एक और लालू प्रसाद यादव उन्हीं के संसदीय क्षेत्र सारण से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहा है. ये वही लालू प्रसाद यादव हैं जो 2014 के आम चुनाव में राबड़ी देवी के विरुद्ध निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े थे. उन्हें उतने ही वोट मिले ते जितने से राबड़ी देवी हारीं थी, यानि दस हजार वोट, बाद में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने एक सभा में स्वीकार भी किया था कि उन्हीं के नाम के एक उम्मीदवार ने राबड़ी देवी को हरवा दिया. निर्दलीय प्रत्याशी लालू प्रसाद यादव ने बीए तक शिक्षा प्राप्त की है और वे खेती बाड़ी का काम करते हैं. ये 2001 से निरंतर चुनाव लड़ रहे हैं. ये लालू प्रसाद वार्ड से लेकर राष्ट्रपति तक का चुनाव लड़ चुके हैं. किन्तु एक बार भी जीत नहीं पाए. इनका कहना है कि जब तक चुनाव नहीं जीतेंगे, तब तक लड़ते रहेंगे. लालू प्रसाद यादव नाम होने से इनका काफी लाभ मिल रहा है. हालांकि, वे मानने को तैयार नहीं हैं, किन्तु जनता के काम के लिए जब ये किसी अधिकारी को फोन पर बोलते हैं कि लालू प्रसाद यादव बोल रहा हूं तो अफसर तुरंत फोन पर आ जाता है और लोगों का काम हो जाता है. जाहिर है कि ये लालू प्रसाद यादव के नाम का ही असर है. खबरें और भी:- कांग्रेस उम्मीदवार उर्मिला मातोंडकर के प्रचार में जमकर हुआ हंगामा आज़म खान के बयान पर भड़कीं मुलायम की बहु, अखिलेश से कहा - एक्शन लें भाजपा MLA सुरेंद्र सिंह के विवादित बोल, कहा बहन-बेटी में पत्नी देखना मुस्लिमों की संस्कृति