पटना: बिहार में नई सरकार के गठन के पश्चात् से ही निरंतर नए-नए विवाद सामने आ रहे हैं। ताजा मामला डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को लेकर है। तेज प्रताप और तेजस्वी की विभागीय बैठक ऐसे व्यक्तियों के सम्मिलित होने पर विवाद आरम्भ हो गया है, जिनके पास कोई सरकारी पद नहीं है। बता दें कि सरकार के विभागीय बैठक में केवल मंत्री एवं विभागीय अफसरों को ही बैठने की मंजूरी होती है। हाल ही में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने वाले तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) की विभागीय बैठक में उनके जीजा शैलेश कुमार सम्मिलित हुए, जबकि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की विभागीय बैठक में उनके नजदीकी संजय यादव दिखाई दिए। बैठक की तस्वीर सामने आने के पश्चात् विपक्षी बीजेपी सवाल उठा रही है। बता दें कि 10 अगस्त को नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने 8वीं बार बिहार के सीएम पद की शपथ ली थी, तो वहीं तेजस्वी यादव दूसरी बार डिप्टी सीएम बने। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद तेजस्वी को स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। इसके अतिरिक्त तेजस्वी के पास पथ निर्माण और नगर विकास विभाग भी है। बिहार में नीतीश कुमार से नेतृत्व में बनी महागठबंधन की नई सरकार का 16 अगस्त को विस्तार किया गया था तथा 31 मंत्रियों ने शपथ लिया। इसमें लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी मंत्री बने, जिन्हें वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। 'विदेश की लड़कियों की तरह है CM नीतीश...कब पकड़ ले, कब छोड़ दें', विजयवर्गीय के बयान पर मचा बवाल 'केजरीवाल को रोकना चाहती है मोदी सरकार..', सिसोदिया पर कार्रवाई से भड़के संजय सिंह 144 करोड़ का नुकसान.., वो आबकारी नीति, जिसमे बुरे फंसे AAP और मनीष सिसोदिया