नई दिल्ली : यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली प्रचंड जीत,उत्तराखंड में बहुमत और गोवा -मणिपुर में भाजपा की सरकार बन जाने से विपक्षी दलों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ गई है.विपक्षियों की घबराहट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जैसे कद्दावर नेता को भी अब लगने लगा है कि सभी पार्टियां एकजुट होकर ही भगवा विजय रथ को रोक सकती हैं. इसलिए उन्होंने सभी दलों से एकजुट होने का आह्वान किया है. लालू ने इस बारे में ट्वीट करते हुए लिखा था कि - “यूपी में मायावती और मुलायम एक हो जाएं. बिहार में हम लोग एक हैं, बीजेपी का सारा तमाशा खत्म हो जाएगा. लालू के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया ट्वीटर पर उनका जमकर मजाक उड़ाया गया और लोगों ने उनपर जोरदार निशाना साधा है. वही रविवार को पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस में लालू प्रसाद ने कहा कि यूपी से मायावती और समाजवादी पार्टी, पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी और बिहार से महागठबंधन को साथ जुड़ना होगा, तभी भाजपा को चुनौती दी जा सकती है.इस मौके पर लालू प्रसाद ने आरोप लगाया कि बीजेपी वर्ष 2018 में ही आम चुनाव करवाना चाहती है, ताकि लोगों के सामने उसके झूठे वायदों की पोल ना खुले. लालू के अनुसार बीजेपी मध्य प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव की तैयारी कर चुकी है. इसलिए वह वो चाहती है कि इन्हीं राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ आम चुनाव भी करवा लिये जाएं. प्रेस वार्ता में लालू यूपी के नए सीएम योगी आदित्यनाथ को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि योगी ने गंगाजल से अपने सरकारी आवास का शुद्धिकरण सिर्फ इसलिए करवाया क्योंकि वहां पहले पिछड़ी जाति के लोग रहते थे.लालू यादव ने शिकायत की कि केंद्र सरकार जाति के आधार पर जनगणना के आंकड़ों का खुलासा क्यों नहीं कर रही है.आपने पिछड़ी जातियों को अलग से पैकेज देने की भी मांग की. मंच टूटा, लालू यादव को लगी चोट लालू - मोदी में चला ट्विटर वार बिहार विधान परिषद के सभापति पद के लिए लालू - नीतीश में ठनी