बस एक दीपक ही सभी मर्ज की दवा है....! जी हां दीपक लगाने से न केवल घर में सुख समृद्धि आती है वहीं ईश्वर की भी प्रसन्नता सदैव बनी रहती है इसलिये शाम हो या सुबह घर के मंदिर में एक दीपक अवश्य ही लगान चाहिये। हमारे प्राचीन शास्त्रों में दीपक का महत्व विशेष रूप से उल्लेखित किया गया है। बगैर दीपक लगाये न तो पूजन पूरी होती है और न ही मनोकामना पूरी हो सकती है। घर के आंगन में यदि तुलसी का पौधा हो तो शाम के समय वहां भी तेल या घी का दीपक लगाना चाहिये। तुलसी के सामने दीपक लगाने से समृद्धि आती है तथा लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। इसी तरह जिस स्थान पर पानी के बर्तन रखे जाते है वहां भी शाम के समय घी का दीपक जलाया जाये तो पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता रहेगा। याद रहे, यदि इस नियम को शुरू किया गया तो फिर यह खंडित न हो, इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाये। घर के मंदिर में भले ही सुबह दीपक लगाकर पूजन अर्चन संपन्न की जाये लेकिन शाम के समय दीपक लगाना कभी न भूले क्योंकि शाम के समय दीपक लगाने से प्रभु की कृपा बनी रहती है तथा देवी देवता भी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते है। दीपक चाहे घी का लगाये या तेल का, लेकिन नियम किसी एक का बना लेवे कि तेल का दीपक लगाना है या फिर घी का। इसमें हर दिन बदलाव करना बिल्कुल भी उचित नहीं होता है। जानिए मत्स्य माता के मंदिर के बारे में इस मंदिर में होती है मेंढक की पूजा