नई दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पापुआ न्यू गिनी में बड़े पैमाने पर भूस्खलन पर दुख व्यक्त किया, जिसमें उत्तरी क्षेत्र में एक पहाड़ ढहने से 2,000 से अधिक लोग दब गए और हजारों लोग प्रभावित हुए। पीएम मोदी ने एक एक्स पोस्ट में कहा, "पापुआ न्यू गिनी में विनाशकारी भूस्खलन से हुई जानमाल की हानि और क्षति से बहुत दुखी हूं। प्रभावित परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना।" उन्होंने कहा कि भारत हर संभव समर्थन और सहायता देने के लिए तैयार है। इसके साथ ही भारत सरकार ने पीड़ित सरकार को 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर की तत्काल राहत सहायता दी है। एक सरकारी बयान में कहा गया है कि “फोरर्न फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (FIPIC) के तहत एक करीबी दोस्त और भागीदार के रूप में और पापुआ न्यू गिनी के मैत्रीपूर्ण लोगों के साथ एकजुटता के संकेत के रूप में, भारत सरकार राहत का समर्थन करने के लिए 1 मिलियन अमरीकी डालर की तत्काल राहत सहायता प्रदान करती है।” बता दें कि हजारों निवासियों को मंगलवार को अभी भी सक्रिय भूस्खलन का रास्ता खाली करने का आदेश दिया गया था। राहत टीमें शुक्रवार से धीरे-धीरे दुर्गम उत्तरी एंगा क्षेत्र में पहुंच रही हैं, हालांकि अधिकारियों ने कहा कि जीवित बचे लोगों के मिलने की संभावना कम है। जीवित बचे लोगों की तलाश के लिए निवासी फावड़े और हाथों का इस्तेमाल कर रहे हैं। एंगा प्रांतीय प्रशासक सैंडिस त्साका ने कहा कि आपदा अभी और बदतर हो सकती है। उन्होंने मीडिया को बताया, "त्रासदी अभी भी सक्रिय है। हर घंटे आप चट्टान टूटने की आवाज़ सुन सकते हैं - यह बम या बंदूक की गोली की तरह है और चट्टानें नीचे गिरती रहती हैं।" 'वक्फ की संपत्ति है श्री कृष्ण जन्मभूमि, अदालतें नहीं कर सकती सुनवाई..', इलाहबाद हाई कोर्ट में बोला मुस्लिम पक्ष राजस्थान में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही, खराब किडनी की जगह निकाल दी सही किडनी कौन है संत विजयनाथ योगी? जो खतरनाक गर्मी और चारों ओर आग के बीच कर रहे है 41 दिनों तक तप