एक नया ब्राउजर Google Chrome को टक्कर देने के लिए लॉन्च किया गया है. इसका नाम Brave है. Google Chrome को करीब 200 करोड़ यूजर्स इस्तेमाल कर रहे हैं, ऐसे में यह नया ब्राउजर अपनी पहचान यूजर्स के बीच बना पाएगा या नहीं ये तो समय ही बताएगा. Brave ब्राउजर की खास बात यह है कि यह थर्ड पार्टी ऐड्स और कूकीज को ऑटोमैटिकली ब्लॉक कर देता है. इसके अलावा यह यूजर को विज्ञापन देखने का भी विकल्प देता है. इसके अलावा अगर यूजर इन विज्ञापनों पर क्लिक करते हैं तो उन्हें इसके पैसे भी मिलेंगे. बाजार में शाओमी 15 जुलाई को पेश करेंगा एक खास प्रोडक्ट नए मॉडल को लेकर Brave ब्राउजर ऐडवर्टाइजिंग के लिए लाया है. इसमें दावा किया गया है कि यूजर्स को इस ब्राउजर में विज्ञापन देखने के लिए 70 फीसद हिस्सा दिया जाएगा. यह हिस्सा रेवन्यू का होगा. वहीं, बचा हुआ 30 फीसद डेवलपर के हिस्से में जाएंगे. इसका सीधा मतलब जो भी यूजर्स इस ऐडवर्टाइजिंग मॉडल में हिस्सा लेंगे उन्हें कंपनी इस साल 60 से 70 डॉलर तक का भुगतान करेगी. वहीं, वर्ष 2020 तक यह 224 डॉलर होने की संभावना जताई जा रही है. कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि Brave के जरिए विज्ञापन के नए सिस्टम को पूरी तरह से बदलने पर काम कर रहे हैं. गूगल डॉक्स : आपकी आवाज को सुनकर करेंगा टाइपिंग, जानिए तरीका प्राप्त जानकारी के अनुसार Brave एक ओपन सोर्स क्रोमियम बेस्ड ब्राउजर है. Chrome के मुकाबले यह स्पीड, सिक्योर ब्राउजिंग और क्विक नेविगेशन के मामले में बेहतर है. इन सब खासियतों के चलते यह FireFox के बाद सबसे बेस्ट ब्राइजर बन गया है. वहीं, तीसरे नंबर पर Apple Safari और चौथे नंबर पर Chrome शामिल है. यह लिस्ट toptenreviews.com रीव्यूइंग पोर्टल ने जारी की है. Brave को सबसे पहले 2018 में iOS ने लॉन्च किया था. अब इस ब्राउजर को एंड्रॉइड, विंडोज और लिनक्स पर भी उपलब्ध कराया जाएगा. यह Chrome की तुलना में डेस्कटॉप पर 2 गुना तो मोबाइप पर 8 गुना तेज काम करता है. युवाओं के लिए बम्पर भर्ती, NIT में मिल रहा सुनहरा मौका जुलाई के महीनें में ये शानदार स्मार्टफोन बाजार में देंगे दस्तक इस महीने भारत में लॉन्च हुईं ये स्टाइलिश बाइक्स और स्कूटर