कोच्चि: यीशु के मिशनरी ने शुक्रवार को अपने जांच आयोग द्वारा निकाले गए निष्कर्ष के आधार पर कहा कि जिस ननों का समूह जो जालधंर के बिशप फ्रांको मुलक्कल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है, वो तर्कवादियों के विचारों से प्रभावित होकर ऐसा किया है. दिन में पहले जारी एक बयान में, संगठन ने दोहराया कि पीड़ित, अन्य नन और चार अन्य लोगों के साथ, बिशप के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि नन और कुछ अन्य लोग आगंतुकों के रजिस्टर और सीसीटीवी प्रणाली के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं. देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले से जूझने के बाद PNB उठायेगी एक बड़ा कदम, फर्जी खातों को करेगी नीलाम मिशनरी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि आरोप लगाने वाली नन की एक मित्र ने आगंतुकों के रजिस्टर से छेड़छाड़ की थी, साथ ही नन ने खुद एक उम्रदराज महिला से सीसीटीवी का कण्ट्रोल छीन अपने हाथ में ले लिया था. मिशनरी ने ये भी आरोप लगाया कि घटना वाले दिन बिशप कुरविलंगड़ कान्वेंट परिसर में मौजूद ही नहीं थे. पीएम मोदी का आज इंदौर दौरा, दाऊदी बोहरा समुदाय में करेंगे शिरकत बयान में कहा गया कि नन ने कहा कि 5-5 -2014 को बिशप ने उसके साथ बलात्कार किया था, लेकिन 23 -5 -2015 को नन उसी बिशप के समारोह में बड़े उत्साह के साथ शामिल हुई थी, इससे साबित होता है कि नन के साथ कोई बलात्कार नहीं किया गया है और सभी आरोप झूठे हैं. आपको बता दें कि नन ने बिशप मुलक्कल पर 2014 और 2016 के बीच कई बार अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया है. खबरें और भी:- जम्मू कश्मीर में चुनाव के बहिष्कार का कारण 35 (ए) या हार का डर युवाओं के पास 30000 कमाने का शानदार अवसर, NIT में वैकेंसी केरल नन रेप केस: केरल हाई कोर्ट ने बिशप की गिरफ़्तारी का आदेश देने से किया इंकार