वाराणसी: एक तरह जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का अभियान चला रहे है तो, दूसरी तरफ प्रशासन द्वारा बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में हुए बेटियों पर हुए लाठीचार्ज इन सभी अभियानों को खोखले बता रहे है. जी हाँ कल अपनी सुरक्षा को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्र - छात्राओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज की, जिसमे कई छात्राएं घायल हो गई है. बता दे बीएचयू में पढ़ने वाली छात्राएं कैंपस में हो रही छेड़छाड़ की वारदातों के खिलाफ दो दिनों से धरने पर बैठी थीं. इनकी मांग थी कि वाइस चांसलर मौके पर आकर उनकी समस्याओं को सुनें और उनका समाधान निकालें. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसके बाद रात करीब 11 बजे प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राएं वीसी के घर की ओर जाने लगे. यहां उनकी झड़प बीएचयू के गार्डों से हुई. इसके बाद पथराव बाजी शुरू हो गई. वहीं उस घटना के बाद प्रदर्शनकारी फिर बीएचयू के गेट पर आकर बैठ गए. जिसके बाद वहां स्थानीय पुलिस पहुंची और धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं को हटाने की कोशिश करने लगी. जब ये लोग नहीं हटे तो पुलिस ने लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया. महिला पुलिस कर्मियों ने अपनी खूबसूरती के दम पर 14 बदमाशो को पकड़ा असम की महिला को विदेशी समझकर, आगरा के राष्ट्रीय स्मारक में जाने पर लगाई रोक करंट की चपेट में आए तीन लोग